जिलाधिकारी ने किया स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों का सम्मान

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सामाजिक कार्यकर्ता आसिफ राईन ने अहमक फफूंदवी के परिजनों को सम्मान और स्मारक की मांग उठाई
जीटी 7 ओम कैलाश राजपूत संवाददाता फफूंद ब्यूरो रिपोर्ट। 18 अगस्त 2025
फफूंद,औरैया, जनपद में 78वां स्वतंत्रता दिवस बड़े हर्षोल्लास और देशभक्ति के उत्साह के साथ मनाया गया। अनुभवी जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी की अगुवाई में आयोजित इस समारोह में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित किया गया। कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित भव्य समारोह में राष्ट्रीय ध्वज फहराया गया और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वित्त और राजस्व) अविनाश चंद्र मौर्य, अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) नीरज प्रसाद, एसडीएम सदर कमल सिंह, एसडीएम अजय आनंद शर्मा सहित जिले के कई वरिष्ठ अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। कार्यक्रम में देशभक्ति से ओतप्रोत सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं, जिन्होंने उपस्थित लोगों में जोश और उत्साह का संचार किया।
जिलाधिकारी डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान और देश के प्रति उनके समर्पण को याद किया। उन्होंने कहा, “हमारी आजादी उन वीर सेनानियों की देन है, जिन्होंने अपने प्राणों की आहुति देकर हमें स्वतंत्रता दिलाई। यह हमारा कर्तव्य है कि हम उनके सपनों का भारत बनाएं, जिसमें एकता, समानता और प्रगति हो।” उन्होंने युवाओं से सामाजिक एकता और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने का आह्वान किया।
*अहमक फफूंदवी के लिए विशेष मांग*
कार्यक्रम के दौरान सामाजिक कार्यकर्ता/सभासद प्रतिनिधि आसिफ राईन ने एक महत्वपूर्ण मांग उठाई। उन्होंने जिलाधिकारी डॉ. त्रिपाठी से नगर फफूंद के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी अहमक फफूंदवी के परिजनों को स्वतंत्रता संग्राम सेनानी का दर्जा प्रदान करने की अपील की। इसके साथ ही, उन्होंने नगर पंचायत फफूंद में अहमक फफूंदवी के नाम से एक स्मारक बनाए जाने की मांग की, ताकि उनकी स्मृति को जीवित रखा जा सके और आने वाली पीढ़ियां उनके योगदान से प्रेरणा ले सकें।
आसिफ राईन ने कहा, “अहमक फफूंदवी ने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान उन्हें कई बार जेल में डाला गया उनकी लिखी हुई कविताए जेलों की दीवारों पर लिखीं गईं इनसे जेलों में बंद स्वतंत्रता सिपाहियों को देश भक्ति का जुनून पैदा हुआ। उनके परिजनों को सम्मान देना और उनके नाम पर स्मारक बनाना न केवल उनकी वीरता को सम्मान देगा, बल्कि यह स्थानीय समुदाय के लिए गर्व का विषय भी होगा।” उनकी इस मांग को उपस्थित लोगों ने सराहा और इस दिशा में ठोस कदम उठाने की उम्मीद जताई।
समारोह के दौरान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को अंगवस्त्र और पुष्पमालाओं से सम्मानित किया गया। सामाजिक कार्यकर्ताओं को भी उनके समाजसेवा के लिए सम्मानित किया गया, जिसमें आसिफ राईन की उपस्थिति और सक्रियता ने विशेष ध्यान आकर्षित किया। कार्यक्रम के अंत में जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में वृक्षारोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने विकसित भारत के निर्माण में सहभागिता और ‘पंचप्रण’ के संकल्प को दोहराया। यह समारोह न केवल स्वतंत्रता दिवस का उत्सव था, बल्कि औरैया जनपद में एकता, देशभक्ति और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनकर उभरा।