उत्तर प्रदेश

भगवान राम के दिखाये धर्म और न्याय के मार्ग पर चलने की आवश्यकता-रविंद्र सिंह कुशवाह

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रामलीला में आयोजित हुआ सीता हरण का मंचन


*औरैया।*   शहर के तिलक नगर स्थित पुराने नुमाइश मैदान में चल रही ऐतिहासिक रामलीला में शनिवार रात्रि को खरदूषण वध और सीता हरण की लीलाओं का भावपूर्ण मंचन किया गया। रामलीला समिति द्वारा आयोजित इस सांस्कृतिक आयोजन में बड़ी संख्या में दर्शकों ने भाग लिया और कलाकारों की प्रस्तुति की सराहना की।
     इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में क्षत्रिय महासभा के संरक्षक कुंवर रविंद्र सिंह कुशवाह उपस्थित रहे। संरक्षक श्री कुशवाह ने राम दरबार की विधिवत आरती उतारी और आयोजन की सफलता के लिए रामलला का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस दौरान संरक्षक श्री कुशवाह ने  भगवान राम से नगर वासियों के सुख समृद्धि की कामना की और कहा कि इस युग में मर्यादा पुरुषोत्तम राम के दिखाये धर्म और न्याय के मार्ग पर चलने की आवश्यकता है।  संरक्षक श्री कुशवाह ने रामलीला के महत्व और समाज में इसके द्वारा पैदा होने वाले आध्यात्मिक संदेश पर जोर दिया। रामलीला मंच पर राम, लक्ष्मण और सीता के पात्रों ने मर्यादा, भक्ति और धर्म का संदेश देते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। रावण के आदेश पर खर और दूषण के द्वारा ऋषियों को सताने के दृश्य को प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात भगवान श्रीराम द्वारा खरदूषण का वध किया गया, जो न्याय और धर्म की विजय का प्रतीक बना। मंचन का दूसरा प्रमुख आकर्षण सीता हरण का दृश्य रहा, जिसमें रावण की छल-कपट और माँ सीता की पवित्रता को बखूबी दर्शाया गया। कलाकारों की भाव-भंगिमा और संवादों की सजीव प्रस्तुति ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया। वही जब रावण माता सीता का हरण करके ले जा रहा था तब जटायु ने रावण रूपी रथ बुलडोजर को रोककर उस पर हमला किया। यह नजारा देखकर लोग रोमांचित हो उठे। इस अवसर पर रामलीला कमेटी के अध्यक्ष छुन्ना मिश्रा सहित राज कुमार सक्सेना, चंदू तिवारी, अंकित गहोई, अभिषेक त्रिपाठी रानू, अभिषेक शुक्ला, पूरन पांडे, सतीश यादव, अनुराग त्रिपाठी, प्रेम कांत अवस्थी, रविंद्र सिंह भदोरिया, क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष रामकृपाल सिंह सेंगर, मुकेश सिंह सेंगर, राजेश सिंह कुशवाह, शिवपाल सिंह जादौन, राजेश सिंह सेंगर, सुरेंद्र सिंह राजावत समेत कई गणमान्य नागरिक और श्रद्धालु उपस्थित रहे। मुख्य अतिथि श्री कुशवाह को पटका पहनाकर व प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। रामलीला मंचन का रविवार की सुबह 4 बजे तक होता रहा।

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