लखनऊ

पत्रकार व उसके परिवार पर जानलेवा हमला हुए बीत गये तीन दिन,अभी तक थाना मंगलपुर पुलिस द्वारा मुकदमा दर्ज नहीं किया गया।

पत्रकार को डरा धमकाकर कहा जा रहा है, कि अगर आप मुकदमा दर्ज कराओगे तो आपके ऊपर संगीन धाराओं में महिलाओं वाला मुकदमा दर्ज होगा।

ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क टीम कंचौसी थाना मंगलपुर कानपुर देहात स्टेट हेड एडिटर डा. धर्मेन्द्र गुप्ता

पत्रकार सचिन गुप्ता व उनके पिता ,भाई पर उनके मेडिकल स्टोर पर गुंडों द्वारा बेरहमी से मारपीट कर गले में अंगौछा बांधकर जख्मी कर दिया गया था ,दुकान के बिक्री के रखे 2760 रुपए,लूट कर वारदात को अंजाम दिया गया था अराजक तत्वों द्वारा रोजाना रंगदारी भी मांगी जाती थी, ,घटना की तहरीर उसी रात्रि थाना मंगलपुर कानपुर देहात में दी गई थी, पुलिस द्वारा मेडिकल परीक्षण भी कराया गया था,लेकिन तीन दिन व्यतीत होने के बाबजूद भी थानाध्यक्ष द्वारा पीड़ित पत्रकार की रिपोर्ट दर्ज नहीं की गई है,जबकि पत्रकार दो दिन से थाना मंगलपुर के चक्कर लगा रहा है,और थाना पुलिस मामले को रफा दफा करने में जुटी है,पीड़ित पत्रकार सचिन गुप्ता ने बताया,थानाध्यक्ष द्वारा समझौता का दवाब बनाया जा रहा है,और रिपोर्ट दर्ज करने के लिए भी मना किया जा रहा है,पीड़ित पत्रकार के पूरे मामले को कंचौसी चौकी,थाना पुलिस फर्जी बता रही है ,पत्रकार के पिता डा.सुभाष गुप्ता ने बताया, कि मेरे साथ मेरे बेटे के साथ बेरहमी से पिटाई भी की लूटपाट भी की और पुलिस थाना में बुलाकर समझौता का भी दबाव बना रही है,उधर सीओ डेरापुर ने थानाध्यक्ष को विधिक कार्यवाही करने का दिशा निर्देश दे रहे है,और चौकी इंचार्ज विपक्षीगणो से एफिडेविट बनवा कर अपनी बचत कर रहे है, कि पत्रकार के साथ कोई घटना घटित नही हुई,।कैसा पुलिस तंत्र है, कि चौकी इंचार्ज थानाध्यक्ष अपने वरिष्ट अधिकारियों को बरगलाने का कार्य कर रहे है, कि पूरी घटना फर्जी है,देखिए एक पत्रकार रात्रि में पिटा जाता है,उनका परिवार भी पिटा जाता है,रात्रि 10 बजे की घटना है,तीन दिन व्यतीत हो चुके है,और गुंडों को बचाने के लिए कुछ लोगो के वीडियो बनाकर पुष्टि करवाई जा रही है, कि घटना हुई ही नहीं है,जबकि सत्यता यह है, कि जिन लोगो के वीडियो बनाए गए है, कि घटना गलत है, या फर्जी है,वह लोग घटना स्थल पर क्या थे,यह भी जांच का विषय है,जो लोग फर्जी गवाही दे रहे है, कि पत्रकार के साथ कुछ नही हुआ है,तो लगे सीसी कैमरा खंगाले जाए जिससे फर्जी गवाही देने वालो पर भी तो कार्यवाही बनती है,पीड़ित पत्रकार ने अपनी व्यथा उप्र पत्रकार संगठन को बताई है,शीघ्र ही एक प्रतिनिधि मंडल उप्र के पुलिस के मुखिया डीजीपी से मिलकर पत्रकार को न्याय दिलाने का कार्य करेगी।इस संबध में जब सीओ डेरापुर से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मुकदमा दर्ज करने पूरी विधिक कार्यवाही के दिशा निर्देश एसएचओ,मंगलपुर को दिए जा चुके है,इसके बावजूद अभी तक पीड़ित पत्रकार का मुकदमा तो दर्ज नही हुआ लेकिन एक जानकारी जरूर मिली की अगर पत्रकार का मुकदमा लिखा जाएगा तो तो विपक्षी पार्टी का भी मुकदमा दर्ज होगा, वाह री मंगलपुर थाना पुलिस यह कैसा न्याय,पत्रकार को धमकाकर उसकी दी हुई तहरीर को वापस लेने का प्रयास कराया जा रहा है,।

Alok Mishra

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