बेमौसम बरसात से रवी की फसल महोंट से हुई आवाद ताजी बोई फसल हुई बर्बाद

सिंचाई के अभाव में सूख रही फसलों के लिए संजीवनी बनी बरसात
रात से हो रही बारिश का पानी शहर की गलियों में भरा, आवागमन हुआ प्रभावित
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरो रिपोर्ट औरैया।
04 दिसंबर 2023
#औरैया।
पिछले शुक्रवार से मौसम ने अचानक करवट ली और आसमान में काले कजरारे बादल छा गये। शनिवार की रात जनपद के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हुई। जबकि रविवार की रात्रि में भी मौसम बरसात हुई, जो सोमवार को दिन भर रुक-रुक कर होती रही। नहर में पानी नहीं आने के कारण कुछ किसानों ने अपने खेतों का पलेवा नहीं कर पाया है, जिससे वह अपने खेतों की बुवाई नहीं कर पा रहे थे। जिन लोगों ने रवी की फसल बो रखी है, वह अपने खेतों की परहेवट नहर व बंबों में पानी नहीं होने के कारण नहीं कर पा रहे थे, जिससे फसल सूखने की ओर अग्रसर थी, खासकर बीहणांचल एवं ऊसर बंजर भूमि में फसल ज्यादा प्रभावित हो रही थी। जिन किसानों की रवी की फसल बड़ी हो चुकी है उसमें बेमौसम बरसात से माहौट लग गई है। जबकि पलेवा के अभाव में सूखी पड़ी खेती इस बरसात से ही किसान जुताई व बुवाई कर सकेंगे। इस प्रकार से इस बेमौसम बरसात से जमी खड़ी फसल में माहौट लग गई है, जिससे किसानों ने राहत की सांस ली है, वही असिंचित खेती के लिए यह बरसात वरदान साबित हो रही है। जिन किसानों ने अभी हाल ही में अपने खेतों में बुवाई की है और उनकी फसल नहीं जमी है वह फसल बरसात के कारण नहीं जमने से मारीजाने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है। कुछ किसानों ने इस बरसात को हितकर तो कुछ किसानों ने अहितकर बताया हैं। ऊसर बंजर में बोई गई फसल के लिए यह बरसात सजीवनी का काम करेगी। जिन किसानों की लाहा एवं सरसों की खेती फूल रही है उसके लिए भी बरसात अहितकर साबित होगी। बेमौसम बरसात से शहर की गलियों व बाजारों में जल भराव की स्थिति उत्पन्न हो गई। जल भराव होने से आवागमन में लोगों को भारी असुविधा का सामना करना पड़ा। बेमौसम बरसात से मौसम में गिरावट आई जिसके कारण ठंड अधिक बढ़ गई। ठंडक बढ़ने से लोगों ने अपने घरों में रखे ऊनी गर्म कपड़े पहनने को मजबूर होना पड़ा। जरूरतमंद लोगों को ठंडक के बावजूद घरों से निकलने को मजबूर होना पड़ा। औरैया विकासखंड क्षेत्र के ग्राम शहबदिया, बिरिया चैनसुख, इकोरापुर, भीखापुर, भडारीपुर, प्रेम नगर, बहादुरपुर,भरसैन, जैतापुर, भाऊपुर, क्योटरा, मढापुर व भदौरा आदि के कुछ किसानों ने अभी मौसम बरसात को फसल के लिए अच्छा तो कुछ किसानों ने बर्बादी करार दिया है।






