इमाम हुसैन की शहादत के रूप में मोहर्रम का यह त्यौहार पूरीश्रद्धा के साथ कड़ी सुरक्षा के बीच ताजिया दारो द्वारा मनाया गया।

ग्लोबल टाइम 7
न्यूज़ नेटवर्क
उन्नाव
फुन्नी त्रिपाठी
उन्नाव तहसील बीघापुर मुख्यालय पाटन के अंतर्गत कस्बा पाटन ,तकिया, बिहार, बरवलिया, पनहन, लिलिया, सवाइन, भगवंत नगर कस्बा में मोहम्मद साहब के नवासे इमाम हुसैन और उनके 71 साथियों द्वारा इराक के कर्बला के मैदान में शहादत के रूप में “आशूरा” दसवां दिन उनकी शहादत के रूप में मनाया जाता है जो इंसानियत इंसाफ का परचम बुलंद करता है हजरत इमाम हुसैन की शहादत इन मूल्यों का प्रतीक है जिसे न्याय, भाईचारे और सद्भाव के मूल्यों को कायम रखने का संकल्प दिलाता है। कस्बा बिहार सहित अन्य स्थानों में इमामबाड़ा से उठाया गया ताजिया कस्बा के पूर्व निर्धारित मार्गो से होता हुआ देर शाम कर्बला के मैदान पहुंचा जहां उसे सुपुर्दगे खाक किया गया। बिहार में हैदरिया अखाड़ा के बच्चों बूढ़े और जवानो द्वारा लकड़ी, छुरी सीने पर पत्थर फोड़ना, 3 साल के बच्चे के ऊपर सेमोटरसाइकिल सवारका गुजरना, सुई से शरीर को सीना, बिजली का राड खाना जैसे हैरतअंगेज करतब दिखाए गए। इस मौके पर बड़ी संख्या में बूढ़े जवान बच्चे तथा महिलाएं इमाम हुसैन की याद में मातम मना कर उन्हें याद किया।