उत्तर प्रदेशलखनऊ
परशुराम अभिनेता पं.कैलाश नाथ बाजपेई ने अभिनय से लिया सन्यास

कला मंच-
- भद्रकाली देवी मंदिर में 85 वर्ष की आयु में किया अंतिम बार अभिनय
3 अप्रैल
अवध दीक्षित मुख्य न्यूज एडीटर
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कानपुर परिक्षेत्र (कानपुर)। अपने समय के श्रेष्ठ परशुराम अभिनेता रहे पंडित कैलाश नाथ बाजपेई ने 85 वर्ष की अवस्था में बीते शुक्रवार की रात ग्राम भदरस स्थित माता भद्रकाली देवी मंदिर में अंतिम बार अभिनय किया। जिसे देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग लीला पंडाल में उपस्थित रहे।
मूलरूप से घाटमपुर तहसील क्षेत्र के ग्राम तेजपुर निवासी पंडित कैलाश नाथ बाजपेई का भदरस गांव में ननिहाल है। वह अपने ननिहाल में ही पले बढ़े, और यहीं से उन्होंने 21 वर्ष की अवस्था में परशुरामी का अभिनय शुरू किया था। इसके बाद उनकी नौकरी लग गई जो कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय (कानपुर) से वरिष्ठ लिपिक के पद पर रिटायर हुए।
इस दौरान उन्होंने अपनी अभिनय कला को उत्तरोत्तर निखार दिया। और जल्दी ही वह परशुराम अभिनेताओं की प्रथम पंक्ति में गिने जाने लगे। उन्होंने बताया कि अपने अभिनय काल के दौरान उन्होंने डेढ़ हजार से अधिक मंचो पर कला का प्रदर्शन किया है। उत्तर प्रदेश के अलावा मध्य प्रदेश, दिल्ली, बिहार तथा कई अन्य प्रांतों में भी अपने अभिनय का सिक्का जमाया।
स्थानीय लोग बताते हैं कि पंडित कैलाश नाथ बाजपेई की अभिनय शैली से प्रभावित होकर प्रदेश सरकार ने उनको सरस्वती पुरस्कार से सम्मानित किया था। पंडित कैलाश नाथ बताते हैं कि उन्होंने परशुरामी के जनक पंडित शिवदत्त लाल अग्निहोत्री को अपना गुरु बनाया था।
बताया कि स्वर्गीय राय देवी प्रसाद “पूर्ण जी” की नगरी भदरस की प्राचीन रामलीला में उन्होंने प्रथम बार अभिनय शुरू किया था। जबकि, वहीं से उन्होंने अभिनय समाप्त भी किया। बताया कि उन्होंने तकरीबन 10 वर्ष पूर्व अभिनय करना बंद कर दिया था। लेकिन उनके प्रशंसकों खासकर भदरस गांव के लोगों ने उनकी परसरामी देखने और अपना फरसा जहां से उठाया था वहीं पर रखने की पेशकश की थी। इससे प्रभावित होकर उन्होंने 85 वर्ष की उम्र होते हुए भी मंच पर सफल अभिनय किया।
ग्राम प्रधान जय नारायण यादव, पूतन सिंह चौहान, छेदा सिंह चंदेल और प्रदीप कुमार पांडेय आदि ने बताया कि पंडित जी का अभिनय देखकर ऐसा महसूस ही नहीं हो रहा था कि मंच पर 85 वर्ष का वृद्ध अभिनय कर रहा है। बताया कि उन्होंने चार घंटे से भी अधिक समय तक परशुरामी की, जो एक रिकॉर्ड है।
फोटो-परशुराम के अभिनय में पंडित कैलाश नाथ बाजपेई।