आर्टिजन सेंटर के निर्माण में ढिलाई पर विश्व बैंक की टीम ने जताई नाराजगी

गोपाल ✒️ चतुर्वेदी
मथुरा
वृंदावन (मथुरा)। विश्व बैंक की टीम ने वृंदावन का भ्रमण कर योजनाओं को परखा। इस दौरान टीम ने प्रो-पुअर पर्यटन विकास परियोजना के तहत ब्रजक्षेत्र की परियोजना की प्रगति को जाना।
आर्टिजन सेंटर के निर्माण की प्रगति की समीक्षा करने के लिए विश्व बैंक की दो सदस्यीय टीम शुक्रवार को वृंदावन पहुंची। विश्व बैंक की इंडिया कोऑर्डिनेटर स्टेफिनिया एवं कंट्री हैड संजय गौरानगर आर्टिजन सेंटर पहुंचे। विश्व बैंक की टीम ने मौके पर कार्य की प्रगति में ढिलाई पर नाराजगी जताई। कम मजदूरों की संख्या पर सवाल खड़े करते हुए टीम ने पूरी डीपीआर भी न देने के लिए विप्रा और ठेकेदार कंपनी के अधिकारियों की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिह्न लगाया।अधिकारियों ने टीम को बताया पिछले महीने तक 42 मजदूरों की मदद से काम चल रहा था, जबकि मौके पर केवल 19 मजदूर काम करते हुए मिले। 200 मजदूरों से काम करवाए जाने की जानकारी ठेकेदार ने विश्व बैंक को अपनी रिपोर्ट में दी थी। विश्व बैंक के अधिकारियों ने ठेकेदार कंपनी के अधिकारियों से कड़े शब्दों में तय समय पर काम पूरा करने तथा हर महीने प्रगति रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए।
गौरानगर वृंदावन आर्टिजन सेंटर का निर्माण जनवरी 21 में शुरू हुआ। कुल 2390.75 करोड़ लागत से तैयार होने वाले इस योजना के लिए कार्यदायी संस्था विप्रा ने हैदराबाद की रामकी इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को कार्य सौंपा है। कंपनी को आर्टिजन सेंटर अक्तूबर 22 में कार्य पूर्ण करना है। इसके बाद टीम ने कालीदह स्थित आर्टिजन सेंटर के निर्माण में बरती जा रही ढिलाई पर भी नाराजगी जताई। टीम ने गौरा नगर कालोनी में पोशाक, कंठीमाला, और मुकुट निर्माण कार्य की भी जानकारी ली।