विशेष सचिव ने गो आश्रय के रखरखाव को लेकर की समीक्षा बैठक

लापरवाही व अनियमितता करने पर संबंधित के खिलाफ होगी सख्त कार्यवाही
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, समाचार संपादक डॉ धर्मेंद्र गुप्ता औरैया, उत्तर प्रदेश।
औरैया। विशेष सचिव, कृषि उत्पादन आयुक्त शाखा, उत्तर प्रदेश शासन/नोडल अधिकारी कृष्ण कुमार ने मानस सभागार में गौ आश्रय स्थल एवं गौवंश के रखरखाव के संबंध में समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि गौवंश को सर्दी से बचाव के लिए पुआल एवं बारदाना आदि बैठने के लिए पर्याप्त मात्रा में डाला जाये, साथ ही लाइट आदि की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाये। उन्होंने सभी संबंधितों को निर्देशित किया कि शासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों का पूरी ईमानदारी के साथ पालन करते हुए गौवंश को गौशाला में सुरक्षित रखा जाये। इसमें किसी भी स्तर पर बरती गई लापरवाही/अनियमितता के लिए संबंधित की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि गौ आश्रय स्थलों का सतत निरीक्षण किया जाए और निरीक्षण टिप्पणी को पंजिका में अंकित करें। जिससे यदि कोई कमी दृष्टिगत होती है तो उसको सही किया जा सके।श्री कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए कि गौ आश्रय स्थलों में पशुओं की उपस्थिति के साथ-साथ मृतक गोवंश एवं कृषकों को दिए जाने वाले गौवंशों का भी विवरण पंजिका में अवश्य अंकित किया जाये, जिससे गौ आश्रय स्थल में आने वाले गौवंशों की संख्या के साथ-साथ मृतक गोवंश तथा कृषको को दिए जाने वाले गौवंशों को कम करते हुए कुल गौवंशों की संख्या सुनिश्चित हो सके। निराश्रित गौवंश को लेने वाले कृषक आदि की सूची अवश्य रखी जाये जिससे उनका समय-समय पर सत्यापन हो सके। उन्होंने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिए कि दिये गये गौवंशों का सत्यापन स्वयं स्थल पर जाकर करें और ग्राम पंचायत अधिकारी को चेकिंग आदि किये जाने की फोटोग्राफ रखने के लिए निर्देशित करें। उन्होंने खंड विकास अधिकारियों को रोस्टर बनाकर निरीक्षण करने के निर्देश देते हुए कहा कि निरीक्षण रोस्टर की प्रति जिलाधिकारी को भी उपलब्ध कराये। उन्होंने सभी विकास खंड कार्यालय पर कैटल केचर क्रय किये जाने की कार्यवाही पूर्ण कराने के निर्देश दिये। किसी भी गौशाला में कोई भी गौवंश बिना टैग के नहीं रहना चाहिए। इसको मुख्य पशु चिकित्साधिकारी सुनिश्चित कराये। उन्होंने कहा कि जहां भी गौ आश्रय स्थल की भूमि अधिक मात्रा में खाली है। वहां टीनशेड आदि डलवाकर निराश्रित गौवंशों को और अधिक संख्या में पहुंचाया जाये। कोई भी निराश्रित गौवंश घूमता हुआ न मिले। इसके लिए सभी संबंधित अपनी-अपनी जिम्मेदारी बखूबी निभाये। उन्होंने मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को मॉनिटरिंग सेल का दूरभाष नंबर प्रसारित करने को कहा। जिससे गौवंश के संबंध में सुझाव एवं शिकायत मिले और कार्यवाही हो सकें। बैठक में जिलाधिकारी प्रकाश चन्द्र श्रीवास्तव, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व महेंद्र पाल सिंह, मुख्य विकास अधिकारी अनिल कुमार सिंह, समस्त खण्ड विकास अधिकारी, समस्त अधिशाषी अधिकारी नगरपालिका/नगर पंचायत सहित समस्त पशु चिकित्साधिकारी उपस्थित रहें।