श्रीकृष्ण ने गोपिकाओं के वस्त्र हरण कर नदी में नग्न स्नान न करने की समाज काे दी सीख

ग्लोबल टाइम 7
न्यूज़ नेटवर्क
उन्नाव
फुन्नी त्रिपाठी
उन्नाव तहसील बीघापुर क्षेत्र के सुमेरपुर स्थित मां गार्गी देवी क्रिकेट ग्राउंड में चल रही नव दिवसीय भागवत कथा के सातवें दिन आचार्य देव जी महाराज ने श्री कृष्ण जन्म, पूतना उद्धार,शकटासुर वध, कालिया नाग मर्दन, गोपी चीर हरण प्रसंग कथा का रसपान कराते हुए कहा कि श्री कृष्ण भगवान ने कंस के आतंक से तृषित व नष्ट किये जा रहे सामाजिक ताने-बाने को ठीक किया ।भगवान ने नदियों में नग्न स्नान की कुरीति को सामाजिकता के प्रतिकूल बताते हुए लोगों को ऐसी कुप्रथाओं से बचने का आह्वान किया। सामाजिक कुप्रथाओं के विरुद्ध शंखनाद कर कृष्ण ने समाज,राष्ट्र को दिशा देने का कार्य किया है कृष्ण का उद्घोष सर्व धर्मान परित्यज मामेकं शरण ब्रज ,का है उन्होंने कहा जो ईश्वर की शरण में आकर सर्व मंगल की भावना को धारण करता है वही मनुष्यता को प्राप्त हो जाता है। भागवत आचार्य देव जी महाराज ने कहा की कंस की कारागार में बंद बहन देवकी और वसुदेव को भगवान कृष्ण की प्राप्ति हुई। कंस अपने मारने वाला पैदा हो चुकने की खबर से परर्षण हो उठा। कंस से सभी नवजात बच्चों को अपने राज्य क्षेत्र में मार देने का आदेश दिया। नंद बाबा के यहां जन्मे कृष्ण को मारने के लिए पूतना पहुंची लेकिन भगवान कृष्ण ने खेल-खेल में उसके प्राण ले लिए, शकटासुर का भी कृष्ण ने बध कर दिया कंस द्वारा भेजे गए राक्षस अपने उद्देश्य में सफल नहीं हो सके। भागवताचार्य ने कालीदह में रहने वाले कालिया नाग की कथा सुनाते हुए कहा कि भगवान ने समाज के लिए कष्ट दायक कालीदह को कालिया नाग को मारकर उसे समाज के लिए उपयोगी बनाया।
कृष्ण के कालीदह में कूद जाने पर कालिदह तट पर मां यसोदा व पूरा नंद गांव रो पड़ा। भागवत आचार्य भजन सुनाते हुए कहा कि रोए हैं बाबा रोई है मांई, लौट के आजा मेरे नन्हे कन्हाई। यमुना में निर्वस्त्र होकर स्नान करने वाली गोपिकाओं के वस्त्र हरण कर उन्हें भविष्य में नदियों में नग्न स्नान न करने की चेतावनी दी। और इस तरह की प्रथा का पुरजोर विरोध किया। गोवर्धन पूजा का प्रचलन कर उन्होंने समाज को दिशा दी कि जो भी समाज के लिए हितकारी व्यक्ति है उसे सर्वश्रेष्ठ माना जाए और उसी का ही गुणगान ,पूजन होना चाहिए।
कथा श्रवण करने वालों में प्रमुख रूप से गुड्डू तिवारी, अश्वनी बाजपेयी, कमलाशंकर शुक्ला,शिवसुंदर शुक्ला, पप्पू पांडेय, कुलदीप अग्निहोत्री ,पप्पू शुक्ला, मयंक वर्मा, कल्लू सिंह समेत सैकडों श्रद्धालु उपस्थित रहे।