भारतीय संस्कृति को अपनाए इस दिवाली में गाय के गोबर से बने दिए जलाए

ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज नेटवर्क, हेड क्वार्टर संवाददाता विकास अवस्थी।
दिबियापुर,औरैया। ब्लॉक अछल्दा के ग्राम औतों में सुमन चतुर्वेदी महिलाओ और किशोरियों के साथ मिलकर तीन वर्षों से लगातार हर दिवाली गणेश लक्ष्मी जी की मूर्ति और दिए बनाती है। सुमन का उद्देश्य समाज में गौ माता की रक्षा और सनातन संस्कृति को जीवित रखना है। सुमन चतुर्वेदी ने सभी से अपील की है कि अपने घरों में गौ माता के गोबर से बने पांच दिए जरूर जलाए। गौ माता के गोबर से बने दिए जलाने के बाद अपने गमलों में डाल दीजिए या हवन में इस्तेमाल कर लीजिए । मूर्ति में सहजन का बीज डाला जाता है। गाय के गोबर से बनी मूर्ति आप अपने गमलों में या खेतो में विसर्जन करे चूंकि गोबर की वजह से विसर्जन होने से उसमे पड़ा सहजन का बीज पौधा बन जायेगा और मूर्ति के विसर्जन से नए पौष्टिक पौधे का सृजन होगा। इस लिए आइए छोटे से प्रयास से चीन को मात देकर सनातन संस्कृति को जाग्रत करे।