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शिकायती प्रार्थना पत्र देने बावजूद पुलिस नहीं लिख रही रिपोर्ट औऱया !

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विपक्षी मनगढ़ंत तरीके से झूठे मुकदमे में फंसाने का रच रहे षड्यंत्र पीड़ित हुआ परेशान लगाई मीडिया से गुहार !

औरैया। कोतवाली क्षेत्र के ग्राम क्योंटरा में नामजद लोगों ने एक व्यक्ति के साथ विगत दिवस रंजिश को लेकर गाली-गलौज करते हुए मारपीट के साथ ही जान से मारने की धमकी दी थी। पूर्व में प्रार्थी के परिजनों द्वारा दर्ज कराये गये एक मुकदमे में सजा हो जाने के कारण विपक्षीगण उसे व उसके परिवार को झूठे मामले में मनगढ़ंत तरीके से फसाने का षड्यंत्र रच रहे हैं। पीड़ित ने इस आशय का शिकायती प्रार्थना पत्र पुलिस अधीक्षक एवं कोतवाली पुलिस को डाक के माध्यम से 8 अक्टूबर को भेजा था। जिसमें उसने मामले की जांच के उपरांत विपक्षीगणों पर कार्रवाई किए जाने की गुहार लगाई थी।

पीड़ित का बयान


क्षेत्र के ग्राम क्योंटरा निवासी काली शंकर उर्फ कलू पुत्र लालजी द्विवेदी ने पुलिस अधीक्षक एवं कोतवाली पुलिस को भेजे पत्र में कहा था कि गत 5 अक्टूबर 2022 की शाम करीब 4 बजे अपने गांव के रिश्तेदार मुकेश के घर जा रहा था, जैसे ही वह मुकेश के दरवाजे के पास चौराहे पर पहुंचा , उसी समय गांव के ही नामजद लोग आ गये और उसके साथ गाली-गलौज करने लगे। इसके साथ ही जान से मारने की धमकी दी। एक विपक्षी अपने हाथ में तमंचा लिए था, जिसने प्रार्थी के कमर पर लगा दिया। उसी समय अन्य नामजद विपक्षी उसे झंडा व लात घूंसा से मारने लगे। इसके अलावा एक विपक्षी ने गाली- गलौज करते हुए कहा कि प्रार्थी के घर वालों ने उसके घर वालों को सजा कराई है। उसी समय एक विपक्षी ने गाली-गलौज करते हुए कहा कि प्रार्थी को जान से मार दो बचने नहीं पाये। एक विपक्षी ने कहा कि बहुत बड़ा नेता बनता है। घटना के समय प्रार्थी के परिवार वाले व ग्रामीण आ गये, जिन्होंने बीच-बचाव कर बचाया। इसके बाद वह लोग धमकी देकर चले गये। पीड़ित ने आगे कहा कि उसके भाई ने 16 वर्ष पहले सन् 2006 में जानलेवा हमला समेत अन्य धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराया था। इसी मुकदमे में 2 विपक्षीगणों को 1 माह पूर्व सजा हुई थी। प्रार्थी ने इस घटना की सूचना उसी दिन थानाध्यक्ष औरैया को प्रार्थना पत्र के माध्यम से दी थी। आगे कहा कि उसे ऐसा सुनने में आया है , कि विपक्षीगणों ने बतौर पेसबंदी प्रार्थी एवं प्रार्थी के भाइयों व भतीजों को फसाने के लिए झुठा प्रार्थना पत्र थाने में दिया है। गांव में प्रधानी की रंजिश है। हम सभी को विपक्षीगणों से जानमाल का खतरा है। ऐसी स्थिति में मामले की निष्पक्ष जांच कराकर न्याय दिलाने की कृपा की जाए। शिकायती प्रार्थना पत्र के बावजूद पुलिस ने अभी तक विपक्षी दलों के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत नहीं किया है। काली शंकर का कहना है कि विपक्षियों के हौसले बुलंद हैं, और कभी भी बड़ी घटना को अंजाम दे सकते हैं।

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