रिक्शा चलाकर पेट भरने वाले को अभी तक नही मिला आवास।

ग्लोबल टाइम्स 7 डिजिटल न्यूज नेट वर्क,0026 ब्लॉक रिपोर्टर बृजेश बाथम
कंचौसी औरैया
गरीब और बेसहारा लोगों की कोई सुनने और सुध लेने वाला नही है।ग्राम घन श्यामपुर कंचौसी बाजार निवासी कुंअर लाल पुत्र भीखाराम उम्र पैसठ वर्ष ने अपनी नम आंखों से बताया कि वह कच्चे मकान में लगभग तीस वर्षों से रह रहा है।कई प्रधानों से आरजू मिन्नत करने के बाबजूद भी उसे आवास नही मिला। वृद्धावस्था पेंशन या कोई अन्य सरकारी सुविधा न मिलने के कारण वह रिक्शा चलाकर अपने परिवार का भरण पोषण करता है।रिक्शा चालक ने बताया कि उसकी एक विवाह के लिए वेटी भी है लेकिन विवाह के लिए पैसे नहीं है ।किसी प्रधान या नेता ने इस गरीब की ओर झांककर भी नही देखा ।शासन प्रशासन को ऐसे लोगों को चिन्हित कर उनकी मदद करनी चाहिए क्योंकि दुनियां जाने या ना जाने लेकिन भगवान तो सब कुछ जानता है।पैसठ वर्ष की उम्र में रिक्शा चलाकर पेट भरना यह एक सोचनीय और सरकार के लिए विचारणीय विषय है।देखना यह है कि ऊपर वाले की इस गरीब रिक्शा चालक पर कब तक दया दृष्टि होगी।