परीक्षित के द्वारा षंगी ऋषि के गले में सर्प डाल देने से मिला श्राप

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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात पुखरायॉ
श्री वृंदावन धाम से पधारी कथा वाचिका देवी पूजा किशोरी ने कहा कि परीक्षित ने एक बार सरंगी ऋषि के गले में सर्प डाल दिया जिससे उन्होंने क्रोधित होकर परीक्षित को श्राप दिया की सातवें दिन तुम्हें सर्प डसेगा और तुम्हारी मृत्यु होगी उन्होंने इसका मोछ पाने का जब कारण ज्ञात किया तो उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण करने से इस पाप का नाश होगा।कथावाचिका देवी पूजा किशोरी रविवार को श्याम नगर पुखरायां में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के अंतर्गत प्रथम दिन कथा कह रही थी उन्होंने कहा कि जब-जब देवी देवताओं पर असुरो वा दैत्य ने हमला किया है उनके यज्ञ खंडित किए हैं तब तब उनको इसका दुष्परिणाम भोगने को मिला है देवी पूजा किशोरी ने कहा कि जब-जब अधर्म का धर्म पर बोलबाला बड़ा है असत्य का सत्य पर हावी हुआ है तब तक मानव शरीर धारण कर परमात्मा ईश्वर इनका संघार करने के लिए आए हैं श्रीमद् भागवत कथा के श्रवण करने से घर के सारे कष्ट दूर होते हैं मानव को सद्बुद्धि प्राप्त होती है तन मन व धन की खुशियां प्राप्त होती है। देवी पूजा किशोरी ने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा मात्र सुनने से व दो पग चलकर आने से करोड़ों यज्ञ के बराबर पुण्य प्राप्त होता है ।इस अवसर पर परीक्षित रमेश चंद्र यादव व अन्य भक्त उपस्थित थे।