नवनिहाल बच्चो का राशन डकार रही आंगनबाड़ी कार्यकत्री

जिम्मेदारों की मिली भगत से आंगनबाड़ियों की बल्ले बल्ले
ग्लोबल टाइम्स 7
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शिव शंकर पाण्डेय
शिवली कानपुर देहात।
आंगनबाड़ी केंद्रों पर नामांकित नवनिहालों को सेहतमंद बनाने के लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग के तहत सरकार करोड़ों रुपए पानी की तरह बहा रही है लेकिन जिम्मेदारों की अनदेखी के चलते आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल बडा ही खस्ता है। जहां ब्लॉक मैथा के खलकपुर गांव में संचालित आंगनबाड़ी केन्द्र पर 43 बच्चों के सापेक्ष 25 बच्चों के परिवार को ही आधा अधूरा पुष्टाहार नसीब हो रहा है। वही जब शनिवार को लोक भारतीय का कैमरा आंगनबाड़ी केंद्र खलकपुर में चमका तो हड़कंप मच गया। जहां आंगनबाड़ी कार्यकत्री विमलेश कुमारी के द्वारा पुष्टाहार वितरित किया जा रहा था। जहां बच्चों के अभिभावकों में उदय भान,अमरेश,मीना देवी आदि दर्जनों लोगों ने कार्यकत्री पर आरोप लगाते हुए बताया कि सरकार द्वारा मिलने वाले संपूर्ण पुष्टाहार के साथ धांधली की जा रही है किसी भी बच्चे को उसका पूरा लाभ नहीं दिया जा रहा है। कभी चने की दाल व दलिया दी जा रही है तो कभी वो भी नसीब नहीं हो रहा है।

वह भी उन्हें पैकेट में नहीं दिया जा रहा है कार्यकत्री द्वारा पैकेट से निकालकर आधा किलो की मात्रा में चने की दाल और दलिया दी जा रही है। विरोध करने पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री धमकाती एवं गालियां देने लगती है । मामला यहीं तक ही सीमित नहीं था आंगनबाड़ी केंद्र पर मात्र 19 बच्चे मौजूद मिले जब उनसे मध्यान्ह काल में मिलने वाले भोजन के बारे में पूछा गया तो बच्चों में आदित्य, सचिन, राधिका, संध्या, श्रेयांस आदि बच्चों ने बताया कि वह अपना भोजन खुद घर से लाते हैं। वहीं प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों पर बीते दिनों बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग की ओर से बच्चों को सेहतमंद बनाने के लिए ताजा हॉट कुक्ड फूड दिए जाने के लिए ब्लॉक मैथा में 184 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को इंचार्ज सीडीपीओ सुमन लता व कॉर्डिनेटर द्वारा प्रशिक्षण दिया गया था। उसके बावजूद भी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को ताजा एवं गर्भ भोजन नसीब नहीं हो रहा है। जहां सरकार कुपोषित बच्चों को सुपोषित बनाने के लिए प्रयास रत है और करोड़ों रुपए का बजट दे रही है वहीं जिम्मेदारों की मिली भगत से आंगनबाड़ियों का हाल ढाक के तीन पात ही है।