उत्तर प्रदेशलखनऊ

कीचड़ भरी गलियों में पानी और मकरंदा पुर गांव की बनी निशानी

ग्लोबल टाइम्स 7,00 14 डिजिटल न्यूज नेटवर्क संवाददाता शिव शंकर मलासा भोगनीपुर कानपुर देहात उत्तर प्रदेश

कानपुर देहात ब्लाक मलासा के अंतर्गत ग्राम पंचायत अरहिरामऊ के मजरा ग्राम मकन्दापुर में गलियों में पानी और नाली न होने के कारण कीचड़ भरी हुई गलियों से ग्रामीणों को मुसीबत के साथ गुजरना पड़ता है। कुछ महिलाओ को कीचड़ से फिसलकर गिर गई थी। कुछ महिलाओ के हाथ टूट गये है।
विद्यावती रिंकी मीरा देवी उर्मिला बुरी कलावती पांचीदा दादी रोशनी रोहित कुलदीप सुल्तान बहादुर किशन लाल कुंवर लाल रामप्रसाद सुनील कुमार गया प्रसाद सावित्री कलावती नादरा अनेक ग्रामीण उपस्थित है को ग्रामीण मौजूद है प्रधान ने बोला कि तीन दिन के अंदर में इंटरलॉकिंग वरना नाली का निर्माण हो जाएगा अगर नहीं हुआ तो हम प्रधानी से इस्तीफा दे देंगे से इस्तीफा दे देंगे ।
आज नई नवेली दुल्हन भी आई उसको कीचड़ और कीचड़ भरे पानी से गुजरना पड़ा । और कुछ ग्रामीण दहेज का सामान पानी भरी हुई गली से लेकर दिखाई दिए।और कुछ ग्रामीणों ने बताया कि सबसे प्रधान बना है , तीन साल से बनबाने के लिए बोल कर इग्नोर कर देता था।जिससे गुस्साई महिलाओ और ग्रामीणों ने प्रधान रामेंद्र सिंह को बुलाकर घेर लिया।
और जल्द से जल्द कार्य अधूरापन को पूरा कराने की मांग की और प्रधान ने तत्काल एक ट्राली ईट मंगवाए ।उसी समय पर पत्रकार को बुलाया। जब पत्रकार ने ग्रामीणों को समझाया जब शान्तिपूर्ण हुए ग्रामीण
प्रधान की लापरवाही से गुस्साए ग्रामीणों ने प्रधान को घेर कर प्रधान से लिखित शपथ पत्र पर हस्ताक्षर लिया । और तीन दिन तक कार्य न हुआ तो प्रधान ने कहा की मेरे ऊपर कानूनी कार्रवाई कर देना । और, विडिओ मलासा विकासखंड से बात हुई और संजू सिंह महोदया विडियो ने कहा कि कार्य जल्द-से-जल्द करवाने की कोशिश की जायेगी। सरकार स्वच्छ भारत मिशन अभियान चलाकर लाखों करोड़ो ग्राम पंचायत में भेजती है।फिर भी प्रधान व सचिवों की लापरवाही से ग्राम पंचायतों में काम अधूरा पड़ा हुआ रहता है।पैसा खर्च कर लिया जाता है,कार्य पूरा नहीं किया जाता है।कार्य योजना तैयार करके पैसा निकाल कर सचिवों और प्रधानों व अन्य अधिकारियों के द्वारा बाट लिया जाता है।जब पत्रकार गाँवों पर जाते है, जब जनता ग्रामीण क्षेत्र अंतर्गत बिकास नहीं होता है,जब जनता शिकायत करती है,की पैसा हो गया है, इंटरलॉकिंग और नाली, सड़क, रोड की जहां पर ग्रामीणों को जरूरत है। वहां पर होता नहीं है, जब मीडिया के माध्यम से बात खुलती है। हर ग्राम पंचायतों में प्रधान और सचिव के द्वारा सरकारी पैसों पर चूना लगाया जाता है। इसी लिए ग्राम पंचायतों पर हर घपला करते है, प्रधान व सचिव सबसे ज्यादातर भष्टाचार करतें है। सरकार बदनाम होती है। की सरकार वादे करती है,कि बहुत सारी योजनाएं चलाई जाती है परन्तु कुछ दबंग प्रधान व सचिव और उच्च अधिकारियों के द्वारा भष्टाचार करने की वजह से योजनाओ का लाभ गरीब परिवार व समस्त ग्रामीणों तक नहीं पहुंच पाता है।इस लिए सरकार को संकल्प लेना चाहिए कि भृष्ट अधिकारियों और प्रधानों व सचिवों पर रोक लगाई जाए। ताकि गरीब परिवार और ग्रामीणों को सभी प्रकार की योजनाओ का लाभ मिल सके ।कानून व्यवस्था कायम बनाए रखी जाए, माननीय मुख्य मंत्री व माननीय प्रधान मंत्री से अनुरोध है कि ग्रामीण क्षेत्रों पर तत्काल प्रभाव से परिवर्तन लाया जाए।

Global Times 7

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