अग्निकाण्ड से बचाव हेतु आयोजित किया गया सफल मॉकड्रिल अभ्यास

छात्र छात्राओं को बताये गये बचाव के। नियम
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
कानपुर देहात
26 अप्रैल 2023
आपदा एक ऐसी अनिपेक्षित घटना है जिस पर किसी को कोई नियंत्रण नहीं होता। आपदाओं से तभी बचा जा सकता है जब सही जानकारी और बचाव के संपूर्ण तरीके मालूम हो, जनपद कानपुर देहात में भी आए दिन अनेक प्राकृतिक व मानयोचित आपदाएं आती हैं, इसी के मद्देनजर आज कलेक्ट्रेट परिसर व जिला अस्पताल परिसर में जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण कानपुर देहात के सौजन्य से एक गंभीर आपदा अग्निकांड से बचाव हेतु आई0आर0एस0 फ्रेमवर्क पर मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। आईआरएस फ्रेमवर्क के दृष्टिगत मोबाइल में 5 सुरक्षित स्थान का चयन कर बनाया गया था जिसमें इंसीडेंट कमांड पोस्ट, स्टेजिंग एरिया, चिकित्सा शिविर, हेलीपैड तथा राहत शिविर सम्मिलित था। इस आयोजन के दौरान अक्सर भवनों में लगने वाली अग्नि से सामान्य नागरिकों को कैसे निकाला जाए इसका एक सजीव प्रस्तुतीकरण राष्ट्रीय आपदा मोचक बल के इंस्पेक्टर चमन किशोर शुक्ला के नेतृत्व में किया गया। इस दौरान भवन में आग लगने के उपरांत एनडीआरएफ व एसडीआरएफ टीम किस तरह अन्य विभागों के साथ समन्व्यय कर नागरिकों को तत्काल बचाव व उपचार उपलब्ध कराती है इसका सजीव प्रस्तुतीकरण आमजन के समक्ष किया गया। इस प्रस्तुतीकरण के दौरान चिकित्सा विभाग, अग्निशमन विभाग, पुलिस विभाग आपदा विभाग तथा सूचना विभाग आदि का समन्वय दिखाकर इस आपदा से बचने हेतु अपनाने वाले साधनों एवं जागरूकता अभियानों का प्रस्तुतीकरण किया गया। मॉडल के उपरांत एनडीआरएफ के इंस्पेक्टर चमन किशोर शुक्ला द्वारा वहां उपस्थित छात्र छात्राओं को सी0पी0आर0 देने की विधि से अवगत कराया तथा उनसे डमी पर उदाहरण स्वरूप कर के भी दिखाया व कराया भी। सीपीआर की विधि बताने के उपरांत उन्होंने यह भी बताया कि 4 दशकों में व्यक्ति को सीपीआर नहीं देना चाहिए जिसमें मृत्यु के उपरांत नीचे के भाग में खून जमा हो जाने की स्थिति में, हाथ पैर अकड़ जाने की स्थिति में, मृत्यु होने के उपरांत करने की स्थिति में, व गर्दन धड़ से अलग होने की स्थिति में। इस प्रस्तुतीकरण के दौरान जिलाधिकारी/ उत्तरदायी अधिकारी नेहा जैन, परियोजना निदेशक उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण कनीज़ फातिमा, अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व/ इंसीडेंट कमांडर जेपी गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी ए0के0 सिंह, डिप्टी कमांडेंट 11 बटालियन एन0डी0आर0एफ0 आर0आर0सी लखनऊ अनिल कुमार पाल, मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी डॉ0 डी0 एस0 लवानिया, डिप्टी इंसिडेंट कमांडर/अतिरिक्त मजिस्ट्रेट भूमिका यादव, लिजनिंग अधिकारी पूनम गौतम आदि अधिकारीगण व कर्मचारी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का सफल संचालन जिला आपदा विशेषज्ञ अश्वनी वर्मा द्वारा किया गया।