नाथ शंभू धनु भंजनिहारा होइहि कोउ एक दास तुम्हारा आचार्य बिमलेश त्रिवेदी

ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
पुखरायॉ
श्री हनुमान बाल सेवा समिति बर्तन बाजार रूद्र अवतार हनुमान मंदिर ने चल रही श्री राम कथा मैं चित्रकूट धाम से पधारे परम पूज्य पंडित श्री विमलेश त्रिवेदी महाराज ने राम कथा का वाचन करते हुए श्री सीता माता के द्वारा धनुष को उठा कर उसके नीचे गोबर का लेपन किया तभी राजा जनक के द्वारा घोषणा की गयी तो राजा धनुष को उठा कर प़तयंचा चणायेगा उसी के साथ सीता का विवाह किया जायेगा वही श्री आचार्य बिमलेश त्रिवेदी के द्वारा धनुष यज्ञ एवं श्री राम विवाह का वर्णन करते हुए लोग भाव विभोर हो गए धनुष यज्ञ था का वर्णन करते हुए उन्होंने कहा श्री राम कथा में यह श्री लक्ष्मण परशुराम संवाद भगवान राम का खेल है और लक्ष्मण एवं परशुराम जी ने जो भगवान श्री राम की महिमा बढ़ाने के लिए खेल को खेला श्री लक्ष्मण जी अच्छी तरह से जानते थे कि परशुराम जी का अवतार भगवान का ही अवतार है और परशुराम जी भी यह जानते थे जय श्री राम साक्षात पूर्णब्रह्म है और श्री लक्ष्मण जी शेषनाग अवतार हैं लक्ष्मण परशुराम संवाद से भगवान श्री राम की महिमा बड़ी लक्ष्मण जी श्री राम जी के कृपा पात्र हैं और इतने बड़े महात्मा ने निडर होकर बात करते हैं और अंत में परसराम श्रीराम को प्रणाम करके मंदराचल पर तपस्या करने चले गए आज हमारे समाज के लोग कहते हैं कि परसराम छत्रिय विरोधी थे परंतु यह बात बिल्कुल गलत ढंग से कही जाती है क्योंकि परसराम जी उन क्षत्रियों के विरोधी थे जो छतरी गौ हत्या ब्राह्मण और संतों पर अत्याचार करते थे और अधर्म का आचरण करते थे अतः परशुराम जी ने अधर्मी पापी क्षत्रियों को मारा परम श्रद्धेय आचार्य विमलेश त्रिवेदी जी ने आगे कहा कि अधर्म का आचरण अगर ब्राह्मण रावण करता है तो भगवान श्री राम जी के द्वारा वह भी मारा जाता है अतः भगवान परशुराम को छत्रिय विरोधी कहना बिल्कुल गलत है वही महाराज श्री के द्वारा महिलाओं को भाऊक बताया गया वही श्री महाराज जी ने दान की महिमा का वर्णन करते हुए भक्तों को बताया कि लोग धन का दान करते हुए डरते हैं कि दान करने से हमारा धन कम हो जाएगा परंतु ऐसा नहीं है दान को धर्म में खर्च करने से धन बढ़ता है उदाहरण के लिए किसान पहले अपने घर से बीच खेत में डालता है और उसके बाद उसका वह भी हजार गुना हो खेत से वापस प्राप्त होता है अतः सभी को हमेशा धर्म पुण्य के कार्यक्रम में कार्य में धन को खर्च करते रहना चाहिए कथा के अंत में श्री आचार्य जी के द्वारा राम विवाह मंच पर कराया गया सभी श्रद्धालु महिलाएं सुंदर लाल साड़ियों में वहीं पुरुष सुंदर सुंदर वस्त्र पहनकर राम विवाह में शामिल हुए राम विवाह की यात्रा नगर में निकाली गई जिसमें डोली में बैठकर भगवान राम सीता जी को विवाह ने पंडाल स्थल पर पहुंचे वही सीता जी की विदाई भी डोली में बैठकर की गई इस मौके पर परीक्षित ध्रुव कुमार ओमर श्याम जी ओमर बिन्नी ओमर बालमुकुंद गुप्ता संजय गुप्ता चंदन गुप्ता प़वल दिवेदी सोनू गगं बजरंगी सुनीता विनीता अनीता सालनी महक सहित सैकड़ों की तादाद में भक्त शामिल हुए वही कथा पंडाल पूरी तरीके से भरा नजर आये समाजसेवी राधव अगिहोत्री के द्वारा महाराज श्री का स्वागत किया गया