श्री हरि विष्णु अपने भक्तों पर सदैव कृपा करते हैं – आचार्य संतोष तिवारी

ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज़ नेटवर्क रिपोर्ट
संजीव भदौरिया
लखना बकेवर
इटावा । विकास खंड महेवा के ग्राम टकरूपुर में चल रही श्रीमद् भागवत महापुराण कथा के तृतीय दिवस पर कथा ब्यास आचार्य संतोष तिवारी ने रामलखन तिवारी एवं माया देवी को ध्रुव चरित्र का वर्णन करते हुए कहा कि श्री हरि विष्णु हमेशा अपने भक्तों पर कृपा बनाए रखते हैं
उन्होंने श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए कहा कि महाराज उत्तानपाद के दो पत्नियां थीं भक्त ध्रुव की माता का नाम सुनीति था
आचार्य जी ने कथा का वर्णन करते हुए कहा कि सुनीति बड़ी ही दयालु प्रवृत्ति की भगवान की भक्ति करने वाली परम विदुषी महिला थी जब महाराज उत्तानपाद की पत्नी के कोई संतान नहीं हुई तो उन्होंने राजा उत्तानपाद की दूसरी शादी सुरूचि नाम की महिला से करवा दी सूरूचि ,सुनीति से बैर भाव रखने लगी और राजा से सुनीति के बारे में उल्टी-सीधी बातें करने लगी और सुनीति को राजमहल से बाहर निकलवा दिया सुनीति वन में झौपड़ी बनाकर रहने लगी एक बार राजा उत्तानपाद शिकार करने के लिए वन में गये वन में रास्ता भटककर रानी की झोपड़ी में पहुंच गये राजा ने सुनीति को पहचान लिया और रात्रि विश्राम वहीं पर किया सुबह अपने राजमहल के लिए प्रस्थान किया
राज महल में आकर राजा राज काज में व्यस्त हो गए
कुछ समय बाद जंगल में रानी ने एक बालक को जन्म दिया ओर छोटी रानी सुरुचि ने भी एक बालक को जन्म दिया
आचार्य श्री ने कथा को आगे बढ़ाते हुए कहा खेलते हुए बालक ध्रुव राजमहल में आ गए और अपने पिता की गोद में बैठ गए उसी समय रानी सुरुचि ने बालक को पिता की गोदी में बैठे हुए देखा तो भक्त ध्रुव को नीचे उतार दिया और कहा कि यह गोदी तुम्हारे लिए नहीं है बालक रोते हुए अपनी मां के पास पहुंचा तो रानी सुनीति ने बताया असली गोदी तो परमपिता परमात्मा की है उसी में बैठने से तुम्हारा कल्याण होगा
इतना सुनते ही भक्त ध्रुव श्री हरि विष्णु की तपस्या करने के लिए बन् में लीन हो गए कुछ समय बाद महर्षि नारद भक्त ध्रुव जी के पास आए और उन्हें तमाम ज्ञान की बातें बताई इस कारण केवल 5 वर्ष की आयु में ही कठोर तप करने के कारण श्री हरि विष्णु को भक्त ध्रुव को दर्शन देने के लिए विवश होना पड़ा
कथा श्रवण करने वालों में श्रवण तिवारी, रमेश त्रिपाठी, राजेंद्र बाबू त्रिपाठी, वरूण तिवारी, अभिषेक,डा चिरायु त्रिपाठी, कुश,लव, गर्वित तिवारी मौजूद रहे