मदरसा गौसिया शकूरिया में उर्स शकूरी व जश्ने दस्तार का हुआ आयोजन

कासीम रजा खान
ग्लोबल टाइम्स 7
न्यूज़ नेटवर्क
बिल्हौर:
कस्बा स्थित मदरसा गौसिया कादरीया शकूरिया में गुरुवार को सय्यद उवैस मुस्तफा वास्ती बिलग्राम शरीफ की सरपरस्ती में 41 वां उर्से शकूरी व जश्ने दस्तारबंदी का आयोजन किया गया। जलसे की कयादत काज़ी ए शहर बिल्हौर मुहम्मद मौलाना अनिसुर्रहमान नूरी व सदारत मौलाना मोहम्मद सलमान आरिफ़ की। जलसे की शुरूआत मदरसा के छात्रों ने कुरान-ए-पाक की तिलावत से की। कार्यक्रम के दौरान मदरसे में पढ़ने वाले 46 तलबा की आलिम ,फाजिल की सनद के साथ दस्तारबंदी की गई। जलसे में बड़ी संख्या में बिल्हौर की आवाम के साथ छात्रों ने हिस्सा लिया जिला कानपुर और कन्नौज और आस पास जिले के आवाम व छात्रों ने भी शिरकत की , जिला मुरादाबाद से मुफ्ती मुहम्मद इमरान हनफी और मुफ्ती मुहम्मद अख्तर हुसैन अलीमी जमदा शाही ने , शिक्षा की अहमियत और शिक्षा क्यूं जरूरी है पर रोशनी डालते हुए कहा बच्चे मुल्क और समाज की रौनक होते हैं। इन्हें अच्छी चमक देने की जरूरत है, जो समाज को बेहतर बनाने में अपनी रोशनी फैला सकती है। इसलिए हर माता-पिता को चाहिए के बच्चों को दीनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम की दौलत से मालामाल करें। सभी लोगो को अपने बच्चो और बच्चियों को शिक्षा दिलवाना बहुत जरूरी है कुरान पाक में अल्लाह पाक ने पहला हुक्म जो दिया है वो है ,पढ़ो,। मौलाना सलमान ने बताया इल्म हासिल करने के लिए तुम्हारे सामने चाहे कितनी ही मुश्किलें क्यों न आएं तुम उन मुश्किलों से मुकाबला करते हुए हर हाल में इल्म हासिल करो। इल्म के जरिए ही इंसान हक और बातिल, अच्छाई और बुराई के दरमियान फर्क समझ सकता है और इल्म से ही हमे अल्लाह को पहचानने का तरीका मालूम होता है। मौलाना नजरुल इस्लाम ने कहा कि अगर हम अपने बच्चों को शिक्षा की डगर पर डाल दें तो ये कौम के रोशन चिराग़ होंगे और अगर तालीम न देकर गलत रास्ते पर डाला तो ये कौम व मुल्क की तबाही का सबब होंगे जिसका खामियाजा सिर्फ फर्दवाहिद को ही नहीं बल्कि पूरी कौम को भुगतना पड़ेगा। शहर काजी मौलाना अनिसुर्रहमान नूरी ने कहा कि इल्म के साथ अच्छे अमल अच्छे अखलाक और किरदार का होना जरूरी है। बेशक इल्म रोशनी और जहालत अंधेरा है लिहाजा जहालत से निकल कर शिक्षा की नूरानी हवाओं से अगर तुम अपनी जिंदगी गुजारना चाहते हो तो इल्म के ज़ेवर से सज जाओ तभी तुम जिंदगी के हर मोड़ पर कामयाब होगे। अंत में सलातो सलाम के बाद मुख्य अतिथि काज़ी ए शहर कानपुर मुफ्ती साकिब अदीब मिस्बाही ने मुल्क की तरक्की मुल्क में सलामती की दुआ की। इस दौरान नायब काज़ी शहर कानपुर सगीर आलम, मौलाना मुशर्रफ हशमती, डाक्टर गुलाम हुसैन, मास्टर सुलतान आरिफ, मास्टर कलीम अहमद, मास्टर मुहीउद्दीन सहित भारी संख्या में लोग मौजूद रहे।