उत्तर प्रदेशलखनऊ

धरती के दूसरे भगवान के रूप में बैठा है यमराज- पीड़ित

कलेक्ट्रेट परिसर पर पीड़ित परिवार करेगा धरना प्रदर्शन बच्चे की मौत का कारण होना चाहिए स्पष्ट

पिछले 5 वर्षों में न्यायालय में जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल के संचालक के विरुद्ध कई पीड़ितों ने दे रखी है दरखास

जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल में बच्चों की मृत्यु होने के बाद परिजनों की क्यों नहीं लिखी जाती थाने में एफ आई आर

सफेदपोश नेताओं का प्राप्त है जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल के संचालक को आशीर्वाद- पीड़ित

नए वर्ष के पहले माह में ही आधा दर्जन से ऊपर बच्चों के निकल चुके शव

Ashish singh
District correspondent
Global times 7news network fatehpur

फतेहपुर कहते हैं भगवान से किसी भी प्रकार की कोई फरियाद करो तो वह अवश्य पूरी करता है बस वह फरियाद उनके हित में होनी चाहिए वही भगवान के अलावा डॉक्टरों को भी धरती का दूसरा भगवान कहा गया है लोग अपने पारिवारिक जनों को ठीक कराने के लिए डॉक्टर को भगवान मानते हैं परंतु जनपद का एक ऐसा अस्पताल जहां धरती के दूसरे भगवान की जगह बैठा हुआ है यमराज जो धरती के दूसरे भगवान के लिबाज में बैठा हुआ है जी हां आप सोच रहे होंगे कि हम किसकी बात कर रहे हैं वही भुक्तभोगी पीड़ित ने बताया कि शहर का जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल में जेके उमराव डॉक्टर को लोग धरती का दूसरा भगवान कहते थे परंतु इन दिनों जेके उमराव डॉक्टर के यहां अब लोग दवे मुंह चर्चा करने लगे कि जेके उमराव के यहां बच्चों को दिखाना मतलब बच्चों की जिंदगी से हाथ धो बैठना है फतेहपुर जनपद के कई ऐसे गांव के लोग जेके उमराव डॉक्टर के यहां आए और अपने बच्चे को भर्ती कराया परंतु जेवर व खेत बेचकर धरती के दूसरे भगवान को उनके द्वारा बोला गया चढ़ावा तो चढ़ा दिया परंतु बच्चे के नाम पर सिर्फ उसे बच्चे का शव ही मिला फतेहपुर जनपद के ललौली, चित,खागा,बिलंदा, मलाका, राधानगर मलवा, हरिहरगंज, हाइडल कॉलोनी, आदि गांव से लोग अपने बच्चे का इलाज कराने आए और उन्होंने बताया कि पैसा देने के बाद उन्हें सिर्फ बच्चे का शव ही मिला है वही हाइडल कॉलोनी निवासी नेहा पत्नी धीरेंद्र सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए बताया कि 24 अक्टूबर सन 2020 को सुबह 9:00 बजे जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉक्टर जे के उमराव से लिए गए पूर्व परामर्श से पीड़ित ने अपनी 4 माह की पुत्री दृश्य को भर्ती कराया था उसी रात 9:00 जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल के संचालक डॉ जे के उमराव के द्वारा ब्लड रिपोर्ट बिना ठीक तरह से पढ़ें धन के लालच में बिना सर्जरी की डिग्री प्राप्त किए पीड़ित की 4 माह की बच्ची के दोनों पैरों के अंगूठे के बगल की उंगलियां जो कि जन्म के समय से जुड़ी हुई थी जिसका ऑपरेशन कर अलग किया और गैर जिम्मेदाराना तरीके से टांके लगाए उसी रात्रि को लगभग 12:30 बजे बच्चे को अपने जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल से डिस्चार्ज कर दिया जिसकी हालत गंभीर हो गई और उसे कानपुर लेकर जाना पड़ा जहां पीड़ित ने न्यायालय का दरवाजा खटखटा ते हुए 156 /3 के तहत मुकदमा दर्ज कराने की दरखास्त डाल रखी है वही पीड़ित ने बताया कि जेके उमराव डॉक्टर का जाल इतना बड़ा है कि वह जनपद के आला अधिकारियों के पास पहुंचने वाले फरियादियों की आवाज को दबा देता है वही कोराई गांव निवासी अमरीश पुत्र राकेश कुमार दुबे ने बताया कि उसके पुत्र मानविक को मात्र जुखाम की शिकायत थी और लोगों ने उसे जेके उमराव और डॉक्टर को दिखाने के लिए कहा जिससे बाय जेके चिल्ड्रन हॉस्पिटल में अपने पुत्र को ले गया जहां डॉक्टर द्वारा उसे भर्ती किया गया और लंबे उपचार करने के बाद डॉक्टर ने बिना कारण बताए बच्चे को मृत घोषित कर दिया वही पीड़ित अपने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने के लिए जनपद के सक्षम अधिकारी से लेकर उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री तक से गुहार लगाई है परंतु उसके बच्चे का पोस्टमार्टम नहीं कराया गया और डॉक्टर द्वारा तीमारदार से जमकर धन की उगाही की गई वही पीड़ित ने बताया कि आज दिनांक 16 जनवरी को वह कलेक्ट्रेट परिसर पर अपने परिवार जनों के साथ धरने प्रदर्शन पर बैठेगा और जब तक उसके बच्चे की मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो जाएगा वह धरना समाप्त नहीं करेगा चाहे जिस प्रकार का अनशन पीड़ित परिवार को करना पड़े अब देखना यह है कि क्या जनपद के सक्षम अधिकारी धरती के दूसरे भगवान यमराज के ऊपर कार्रवाई करेंगे या फिर पीड़ित परिवार इसी तरीके दर-दर की ठोकरें खाता रहेगा

Global Times 7

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