मनुष्य के जीवन में अच्छे बुरे कर्म प्रभु की इच्छा पर-आचार्य

नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की
भागवत पंडाल में चौथे दिन सुनाई गई प्रहलाद चरित्र,कृष्ण जन्म, राम जन्म, भरत चरित्र सहित वामन चरित्र, की कथा
फोटो-कथाकार एवं श्रोतागण
जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, राम प्रकाश शर्मा। 26 दिसंबर 2024
#औरैया। शहर के आर्यनगर स्थित गोपाल वाटिका में आयोजित हो रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ समारोह में अंतर्राष्ट्रीय कथाकार आचार्य सरल जी महाराज ने चौथे दिन श्रोताओं को रसपान कराते हुए श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, राम जन्म, प्रहलाद चरित्र, भरत चरित्र सहित वामन चरित्र प्रसंग सुनाया। कथा के दौरान जैसे ही भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के जयकारों से गूंज उठा और पंडाल में फूलो की वर्षा होने लगी। भक्ति गीतों पर भक्त झूमने नाचने लगे। इस मौके पर कथाकार ने कहा कि मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु को कृपा से ही आते हैं। भगवत पंडाल में कृष्ण जन्मोत्सव, राम जन्म की कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गयें। श्रीकृष्ण जन्म की झांकी ने सभी का मनमोह लिया। .इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित से शुकदेव कहते हैं कि संसार का कल्याण करने के लिए भगवान अवतार लेते कि जब-जब धर्म की हानि होती है। तब सज्जनों का कल्याण और राक्षसों का वध करने के लिए भगवान अवतार होता है। उन्होंने बताया कि जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ, जेल के ताले टूट गये, पहरेदार सो गये। वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए। प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। क्या न होने पर प्रभु मनुष्य
को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं। भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी यमुना पार करके उन्हें गोकुल पहुंचा दिया। वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर चले आये। कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गीत पर भक्त जमकर झूमे। अंत में उन्होंने बताया कि मनुष्य भगवान को छोड़कर माया की ओर दौड़ता है। ऐसे में वह बंधन में आ जाता है। मानव की अपना जीवन सुधारने के लिए भगवत सेवा में ही लीन रहना चाहिए। कृष्ण जन्म के दौरान इस दौरान परीक्षित मीना चतुर्वेदी पत्नी अदित्य चतुर्वेदी, कृष्ण चंद्र सावरन,सहित एवं भारी संख्या में श्रोतागण मौजूद रहें।
*नंद के आनंद भयो जय कन्हैया लाल की*
*भागवत पंडाल में चौथे दिन सुनाई गई प्रहलाद चरित्र,कृष्ण जन्म, राम जन्म, भरत चरित्र सहित वामन चरित्र, की कथा*
*फोटो-कथाकार एवं श्रोतागण*
*जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, राम प्रकाश शर्मा। 26 दिसंबर 2024*
*#औरैया।* शहर के आर्यनगर स्थित गोपाल वाटिका में आयोजित हो रही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत ज्ञान यज्ञ समारोह में अंतर्राष्ट्रीय कथाकार आचार्य सरल जी महाराज ने चौथे दिन श्रोताओं को रसपान कराते हुए श्रीकृष्ण जन्मोत्सव, राम जन्म, प्रहलाद चरित्र, भरत चरित्र सहित वामन चरित्र प्रसंग सुनाया। कथा के दौरान जैसे ही भगवान का जन्म हुआ तो पूरा पंडाल नंद के आनंद भयो, जय कन्हैया लाल के जयकारों से गूंज उठा और पंडाल में फूलो की वर्षा होने लगी। भक्ति गीतों पर भक्त झूमने नाचने लगे। इस मौके पर कथाकार ने कहा कि मनुष्य के जीवन में अच्छे व बुरे दिन प्रभु को कृपा से ही आते हैं। भगवत पंडाल में कृष्ण जन्मोत्सव, राम जन्म की कथा सुनकर श्रद्धालु भाव विभोर हो गयें। श्रीकृष्ण जन्म की झांकी ने सभी का मनमोह लिया। .इस मौके पर उन्होंने कहा कि राजा परीक्षित से शुकदेव कहते हैं कि संसार का कल्याण करने के लिए भगवान अवतार लेते कि जब-जब धर्म की हानि होती है। तब सज्जनों का कल्याण और राक्षसों का वध करने के लिए भगवान अवतार होता है। उन्होंने बताया कि जिस समय भगवान कृष्ण का जन्म हुआ, जेल के ताले टूट गये, पहरेदार सो गये। वासुदेव व देवकी बंधन मुक्त हो गए। प्रभु की कृपा से कुछ भी असंभव नहीं है। क्या न होने पर प्रभु मनुष्य
को सभी सुखों से वंचित कर देते हैं। भगवान का जन्म होने के बाद वासुदेव ने भरी यमुना पार करके उन्हें गोकुल पहुंचा दिया। वहां से वह यशोदा के यहां पैदा हुई शक्तिरूपा बेटी को लेकर चले आये। कृष्ण जन्मोत्सव पर नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल की गीत पर भक्त जमकर झूमे। अंत में उन्होंने बताया कि मनुष्य भगवान को छोड़कर माया की ओर दौड़ता है। ऐसे में वह बंधन में आ जाता है। मानव की अपना जीवन सुधारने के लिए भगवत सेवा में ही लीन रहना चाहिए। कृष्ण जन्म के दौरान इस दौरान परीक्षित मीना चतुर्वेदी पत्नी अदित्य चतुर्वेदी, कृष्ण चंद्र सावरन,सहित एवं भारी संख्या में श्रोतागण मौजूद रहें।