भरथना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिला नसबंदी शिविर में 10 महिलाओं ने कराई नसबंदी

इटावा-भरथना 27 नवंबर 2022
ग्लोबल टाइम्स 7 डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क जिला इटावा ब्यूरो चीफ बृजेश पोरवाल 7017774931
छोटा परिवार सुखी परिवार अवधारणा को सामुदायिक रूप से जन-जन तक पहुंचाने और परिवार नियोजन संसाधनों के संदर्भ में महिलाओं को को सही और सटीक जानकारी मिले इस संदर्भ में भरथना सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर देर शाम तक शनिवार को महिला नसबंदी शिविर आयोजित किया गया |
भरथना सीएचसी चिकित्सा अधीक्षक डॉ अमित दीक्षित ने बताया की शनिवार को शिविर में महिला नसबंदी के लिए दस महिलाओं का रजिस्ट्रेशन किया गया व शिविर में दस महिलाओं ने नसबंदी कराई। शिविर में उपस्थित सर्जन डॉ मंगल सिंह ने बताया महिला नसबंदी ऑपरेशन 99 प्रतिशत सफल रहता है व नसबंदी के बाद किसी भी तरह की कोई परेशानी नहीं होती यदि कोई परेशानी हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और दवाइयों का कोर्स समय से पूरा करें।
महिला नसबंदी शिविर में सामहों निवासी सरला देवी नसबंदी कराने के बाद कहा कि मेरा परिवार पूरा हो चुका है। अब मैं आगे अपना परिवार आगे नहीं बढ़ाना चाहती इसीलिए आज इस विशेष शिविर में परिवार नियोजन के स्थाई संसाधन के रूप में नसबंदी सेवा प्राप्त की।
बिहूली निवासी सोनम ने महिला नसबंदी शिविर में नसबंदी कराई और अपने अनुभव साझा करते हुए कहा महंगाई के समय में बड़ा परिवार हमेशा समस्या की वजह होता है इसलिए मैं अपना परिवार अब आगे नहीं बढ़ाना चाहती इसलिए मैंने परिवार नियोजन के स्थाई संसाधन के रूप में महिला नसबंदी का विकल्प चुना।
क्या होता है महिला नसबंदी?
डॉ मंगल सिंह ने बताया कि महिला नसबंदी अनचाहे गर्भ को रोकने का सबसे अच्छा उपाय माना जाता है। इस प्रक्रिया में छोटा सा ऑपरेशन करवाना पड़ता है। इसमें मरीज को एनेस्थेटिक देकर ऑपरेशन किया जाता है। शल्य क्रिया में महिला के फैलोपिन ट्यूब को या तो अवरूद्ध किया जाता है या काट दिया जाता है। दरअसल यही ट्यूब अंडे को अंडाशय से गर्भाशय तक ले जाने का कार्य करती है।
महिला नसबंदी कब और कैसे चुने?
भरथना सीएचसी परिवार नियोजन परामर्शदाता शालिनी ने बताया नसबंदी एक स्थायी प्रक्रिया है।