उत्तर प्रदेशलखनऊ

शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला में प्रोजेक्ट निर्माण की बारीकियों पर चर्चा

30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2022 हेतु शिक्षक जागरूकता कार्यक्रम सम्पन्न

ग्लोबल टाइम्स-7
डिजिटल
न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात
6 नवंबर2022

कानपुर देहात जनपद में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के सफल आयोजन हेतु जिला विद्यालय निरीक्षक श्री अरविंद कुमार द्विवेदी के नेतृत्व में शिक्षक प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन हुआ जिसमें 1 सैकड़ा से अधिक विज्ञान शिक्षक, प्रधानाचार्य, निर्णायक मंडल के सदस्य एवं कार्यक्रम का समन्वय कर रहे विभिन्न पदाधिकारियों ने प्रतिभाग किया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि के रूप में पूर्वी उत्तर प्रदेश के राज्य समन्वयक दीपक शर्मा ने बताया कि यह कार्यक्रम हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं सरकार की विशेष प्राथमिकता में है। उन्होंने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के विषय, उपविषय एवं उद्देश्यों पर प्रकाश डाला तथा विद्यालय स्तर से राष्ट्रीय स्तर तक की विभिन्न प्रक्रियाओं से परिचित कराया।
शिक्षक प्रशिक्षक के रूप में कानपुर मंडल के प्रभारी/ समन्वयक राहुल माथुर ने बताया कि वर्ष 2022 एवं 2023 के लिए राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य विषय ” स्वास्थ्य और कल्याण के लिए पारिस्थितिकी तंत्र को समझना” है। उन्होंने बताया कि इस मुख्य विषय के अंतर्गत उप विषय के रूप में अपने पारिस्थितिकी तंत्र को जानना , -स्वास्थ्य पोषण एवं कल्याण को बढ़ावा देना , पारिस्थितिकी तंत्र और स्वास्थ्य के लिए सामाजिक और सांस्कृतिक प्रथाएं, आत्मनिर्भरता के लिए पारिस्थितिक तंत्र आधारित दृष्टिकोण तथा परितंत्र और स्वास्थ्य के लिए तकनीकी नवाचार हैं। 10 से 17 वर्ष के बालक एवं बालिकाएं उपरोक्त विषय से संबंधित कोई भी विषय चुनकर प्रोजेक्ट का निर्माण कर सकते हैं। जनपद के समस्त बोर्ड के माध्यमिक विद्यालयों एवं बेसिक शिक्षा विभाग के अधीन संचालित पूर्व माध्यमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक बंधुओं को अवगत कराना है कि निदेशक महोदय द्वारा दिये गये निर्देश के क्रम में जनपद में 30वीं राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2022 के विद्यालय स्तरीय प्रतियोगिता का आयोजन संपन्न कराया जाना है, जिसमें विद्यालय के विज्ञान शिक्षक के निर्देशन में अधिक से अधिक विद्यार्थियों का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाकर प्रोजेक्ट निर्माण का कार्य संपन्न कराना है| बालक- बालिकाओं के प्रोजेक्ट प्रपोजल तैयार कराने के उपरांत सभी प्रतिभागियों की प्रतियोगिता का आयोजन विद्यालय स्तर पर कराकर उनमें से सर्वश्रेष्ठ 2 जूनियर वर्ग के प्रोजेक्ट एवं दो सीनियर वर्ग के प्रोजेक्ट के छात्र छात्राओं को जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रतिभाग कराएंगे | तत्पश्चात् जिला स्तरीय कार्यक्रम समपन्न होना है, जिसमें प्रत्येक विद्यालय के विज्ञान शिक्षक अपने विद्यालय के चयनित अधिकतम 2-2 प्रोजेक्ट के साथ छात्र छात्राओं को जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रतिभाग कराएंगे | इस बात का अवश्य ध्यान रखा जाए कि प्रत्येक प्रोजेक्ट में अधिकतम 2 छात्र जिनमें से एक ग्रुप लीडर और दूसरा ग्रुप सदस्य रहेगा एक प्रोजेक्ट को केवल एक छात्र भी ग्रुप लीडर के रूप में बनाकर प्रतिभाग कर सकता है |
साथ ही इस बात का भी अवश्य ध्यान रखा जाए कि इस प्रतियोगिता में केवल मॉडल को लेकर प्रतिभाग नहीं किया जाना है। कार्यक्रम का उद्देश्य विद्यार्थियों की वैज्ञानिक सोच को बढ़ाना है तथा प्रोजेक्ट के माध्यम से उनकी रचनात्मक, सृजनात्मक एवं वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा देना है। प्रोजेक्ट प्रपोजल किसी स्थानीय समस्या से संबंधित हो सकते हैं अथवा व्यक्ति के स्वास्थ्य एवं कल्याण से संबंधित पहलुओं को ध्यान में रखते हुए उपरोक्त मुख्य विषय एवं उप विषय से संबंधित प्रपोजल तैयार करने हैं। मात्र प्रोजेक्ट प्रपोजल /शोध पत्र / अपनी कार्य योजना का विवरण कागज के चार्ट पेपर पर बनाकर प्रतिभाग किया जाएगा, प्रोजेक्ट प्रपोजल में आवश्यकता होगी तो स्पष्टीकरण हेतु मॉडल से भी सहायता ली जा सकती है |
कानपुर देहात जनपद के एकेडमिक कोऑर्डिनेटर धर्मेश द्विवेदी ने कहा कि जूनियर वर्ग में प्रतिभाग करने वाले छात्र/ छात्रा की आयु 10 वर्ष से 14 वर्ष तक होनी चाहिए| सीनियर वर्ग में प्रतिभाग करने हेतु छात्र /छात्रा की आयु 14 वर्ष से ऊपर एवं 17 वर्ष तक ही होनी चाहिए | अर्थात उनकी जन्मतिथि 31 दिसंबर 2005 के बाद एवं 31 दिसंबर 2012 तक ही होनी चाहिए जिला स्तरीय कार्यक्रम में प्रतिभाग हेतु जब छात्र/ छात्राओं को शिक्षक के साथ भेजा जाए तो प्रत्येक छात्र /छात्रा की आयु का प्रमाण पत्र साथ में भेजें। यदि आधार कार्ड आदि साक्ष्य उपलब्ध न हो तो विद्यालय के प्रधानाचार्य के लेटर पैड पर प्रतिभागी की उम्र को प्रमाणित करके अवश्य प्रेषित किया जाए।
कानपुर मंडल समन्वयक डॉक्टर विकास मिश्रा ने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के अंतर्गत विभिन्न स्तरों पर अपनाई जाने वाली सावधानियों की चर्चा की तथा प्रतिभागियों की विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जिला विद्यालय निरीक्षक अरविंद कुमार द्विवेदी ने कहा कि जनपद के समस्त प्रधानाचार्य एवं शिक्षक 10 से 17 आयु वर्ग के विद्यार्थियों का राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में शत-प्रतिशत नामांकन करें। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी रिद्धि पाण्डेय ने कहा कि परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों की इस राष्ट्रीय अभियान में बढ़-चढ़कर भाग लें कथा प्रोजेक्ट निर्माण में विद्यार्थियों की हर संभव सहायता करें। कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के जिला समन्वयक जगबीर सिंह, डॉ. मुकेश चंद्र द्विवेदी, निर्णायक मंडल के सदस्य, जिला विज्ञान क्लब के जिला एवं ब्लॉक समन्वयक सहित 1 सैकड़ा से अधिक प्रधानाचार्य एवं विज्ञान शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन एकेडमिक कोऑर्डिनेटर धर्मेश द्विवेदी ने किया।

Global Times 7

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