पंचायत सचिवालयों में लटके रहते ताले,भटकते हैं ग्रामीण

जन्म,मृत्यु,प्रमाण पत्र, परिवार रजिस्टर की नकल के लिए परेशान है ग्रामीण
ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज नेटवर्क
फफूंद,औरैया
भाग्यनगर ब्लाक की अधिकतर ग्राम पंचायतों के सचिवालय नहीं खुल रहे हैं जिससे ग्रामीणों को बेहद परेशानी उठानी पड़ रही है और वह अपने कामों के लिए भटक रहे हैं उनमें आक्रोश बढ़ रहा है।
सरकार ने ग्रामीणों की सुविधा के लिए प्रत्येक ग्राम पंचायत में एक पंचायत सचिवालय का निर्माण कराया है,जिसमे पंचायत सहायक भी मानदेय पर तैनात हैं ।गुरुवार को ब्लॉक भाग्यनगर क्षेत्र की ग्राम पंचायतों सिंदुरिया आलमपुर,खानपुर फफूंद,ममरेजपुर खाम की पड़ताल करने पर राजस्व गाँव सिंदुरिया आलमपुर में बने सचिवालय में ताला लगा था और बाउंड्रीवाल के अंदर गांव के लोगों की बाजरा की करब रखी थी,ग्राम पंचायत तरई के पंचायत भवन पर भी ताला लगा था।

ग्राम पंचायत खानपुर फफूंद का सचिवालय जो गाँव खानपुर में बना है उसमें ताला पड़ा हुआ था। ग्राम पंचायत ममरेजपुर खाम का भी सचिवालय बन्द था।कागजी कार्यों के लिए मौके पर मौजूद ग्रामीणों ने नाम न छपने की शर्त पर बताया कि वह लोग प्रमाणपत्र और अन्य कागजों के लिए चक्कर लगा रहे हैं पंचायत भवन कब खुलता है कब बंद होता है पता ही नही है बताया की जब सचिव और प्रधान को पैसा पेमेन्ट करना होता है तब ही पंचायतघर खोला जाता है काम होने के बाद फिर बन्द कर दिया जाता है।
इस संबंध में खण्ड विकास अधिकारी भाग्यनगर विश्वनाथ पाल ने बताया कि पंचायत सचिवालय खुलने का समय सुबह दस बजे से शाम पांच बजे तक है वो खुद पंचायतों में जायेंगे अगर कोई सचिवालय बंद मिला तो पंचायत सहयक के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
फोटो=बंद पड़े सचिवालय