अकीदत से निकाला गया जुलूस ए मोहम्मदी, झूम कर निकले नबी के दीवाने !

ग्लोबल टाइम्स 7
न्यूज़ नेटवर्क कसीम रजा खान
बिल्हौर:
जश्ने ईद मिलादुन्नबी के अवसर पर रविवार को नगर में जुलूस-ए-मोहम्मदी अकीदत से निकाला गया। इस दौरान मुस्लिम समुदाय में एक अलग ही रौनक दिखाई दे रही थी। मानो, जुलूस में शामिल होने के लिए पूरा जनसैलाब ही उमड़ पड़ा हो। लोग हाथों में इस्लामी झंडे लिए अकीदत से सरकार की आमद मरहबा दिलदार की आमद मरहबा के नारे लगाते रहे। जुलूस के नेहरू पार्क पहुंचने पर पूर्व चेयरमैन निर्भय सिंह यादव ने जुलूस का इस्तकबाल किया। जुलुस के दौरान शांति बनाये रखने के उद्देश्य से भारी पुलिस बल मौजूद रहा।

मजहबे इस्लाम के आखिरी पैगम्बर हजरत मोहम्मद स०अव० के दुनिया में आमद का उत्सव जश्ने ईद मिलादुन्नबी (यौमे पैदाइश) के मौके पर शनिवार रात पूरे नगर को दुल्हन की तरह सजाया गया था और रविवार को अपने नबी की आमद में जुलूस ए मोहम्मदी निकाला गया। जुलूस में एक दर्जन से अधिक छोटी-बड़ी कमेटियों ने हिस्सा लिया। जुलूस में देश भक्ति भी खूब देखने को ऊमिली और कई कमेटियों ने अपने हरे झंडों के साथ-साथ तिरंगा लहराया देश भक्ति का पैगाम दिया। शहर काजी मौलाना अनीसुर रहमान की सदारत में निकला जुलूस ए मोहम्मदी कस्बे की जामा मस्जिद से निकलकर दिलावर गंज, मदरसा शकूरया, खुर्द गड़ा, खानजादा मोहल्ला होता हुए नगरपालिका चौराहा पहुंचा। यहां पूर्व जिला अध्यक्ष सपा अ०स० इखलाक ख़ान ने जुलूस का इस्तकबाल करते हुए जुलूस में शामिल लोगों को लंगर बांटा। जुलूस नेहरू पार्क पहुंचने पर पूर्व चेयरमैन निर्भय सिंह यादव ने जुलूस का इस्तकबाल किया और जुलूस की कयादत कर रहे शहरकाजी समेत अन्य उलमाओं का स्वागत किया। इस दौरान गली मुहल्ले की फिजा सरकार की आमद मरहबा, देखो मेरे नबी की शान, बच्चा-बच्चा है कुर्बान आदि इस्लामी नारों से गूंज उठी।

क्यों मनाते हैं ईद मिलादुन्नबी
इस्लामी कलेंडर के मुताबिक बारह रबीउल अव्वल इस्लाम धर्म और इस्लाम धर्म के मानने वालों के लिए बहुत ही बड़ी खुशी का दिन था। इस्लाम को मानने वाले इस दिन अपने घर, मोहल्ले, मस्जिदें, दरगाहों आदि में खूब सजावट करते हैं और अपने नबी का जन्म दिन हर्षेाल्लास के साथ मनाते हैं। हजरत मोहम्मद सल्लललाहोआलेहीवसल्लम का जन्म मक्का शहर मे इस्लामिक कलेन्डर के रबिउल अव्वल महीने की 12 तारीख प्रातःकाल 4 बजकर 45 मिनट पर हुआ था। पैगम्बर मोहम्मद स०वस० 63 साल 4 दिन तक इस दुनिया मे रहे। हजरत मौहम्मद स0 अलैहवसल्लम ने अपने जीवन के 23 साल पैगम्बरी मे गुजारे और अपने अनुयाइयों को ईमान पर चलने, एक ईश्वर, निराकार देव की पूजा करने, पडोसियो के साथ मिलजुल कर रहने, गरीबो मजलूमों व जानवरो पर दया करने, दहशतगर्दी से दूर रहने की शिक्षा दी।

चुस्त रही प्रशासन व्यवस्था
रवीवार को जुलूस ऐ मोहम्मदी में प्रशासन भी चाक चौबन्द रहा। जुलूस निकलने से पहले ही पुलिस प्रशासन ने जुलूस मार्ग पर चौकसी बढ़ा रखी थी। वहीं प्रशिक्षु क्षेत्राधिकारी रंजीत कुमार, थाना प्रभारी अतुल कुमार सिंह, कस्बा इंचार्ज आलोक तिवारी स्वयं जुलूस में आगे चलकर सुरक्षा व्यवस्था का इन्तजाम देख रहे थे। सुरक्षा के लिए पुलिस प्रशासन ने जगह-जगह फोर्स तैनात कर रखा था और जुलूस के साथ भी भारी पुलिस बल मौजूद रहा। इसके अलावा जुलूस की निगरानी के लिए अंजुमन गुलामाने मुस्तफा द्वारा ड्रोन कैमरा भी लगाया गया था।
