ऑपरेशन कायाकल्प में पिछड़ा कानपुर देहात , लगी फटकार

फटकार के बाद एक्शन में अधिकारी
महानिदेशक स्कूल शिक्षा ने कमियों को दूर करने के दिए निर्देश
ग्लोबल टाइम्स-7
डिजिटल
न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
प़शासनिक संवाददाता
कानपुर देहात,
प्रदेश में परिषदीय विद्यालयों की दशा सुधारने के लिए चल रहे ऑपरेशन कायाकल्प में नौ जिले सबसे ज्यादा पिछड़े हैं। इनमें कानपुर देहात समेत अयोध्या, महोबा, हाथरस, अमरोहा, ललितपुर, बस्ती, मथुरा व संत कबीरनगर शामिल हैं। यहां मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं को बढ़ाने में प्रगति बहुत कमजोर है। विभिन्न जिलों के 452 ऐसे स्कूल हैं जिनकी अवस्थापना सुविधाओं पर विद्यालय के स्वमूल्यांकन की फीडिंग प्रेरणा पोर्टल पर कभी नहीं की गई है।
इसका खुलासा बीते दिनों जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों व जिला समन्वयकों की समीक्षा बैठक में हुआ है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा विजय किरन आनंद ने इस पर नाराजगी जताते हुए जल्द ही कमियां दूर कराने के निर्देश दिए हैं। ऑपरेशन कायाकल्प में 19 अवस्थापना सुविधाओं को सभी परिषदीय विद्यालयों में विकसित करने की कवायद हो रही है।
जल व शौचालय में भी जनपद पीछे-
जल सुविधा और छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग शौचालय की सुविधा 31 अगस्त तक किए जाने के निर्देश हैं लेकिन इसमें 11 जिले पीछे चल रहे हैं। इनमें कानपुर देहात समेत चित्रकूट, मऊ, देवरिया, प्रतापगढ़, गोंडा, संत कबीरनगर, बलिया, अमरोहा, उन्नाव व आजमगढ़ की स्थिति संतोषजनक नहीं मिली है। इसके लिए डीएम व सीडीओ के माध्यम से संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्यों को करने के निर्देश दिए गए हैं।
जनपद के परिषदीय स्कूलों में कायाकल्प की स्थिति अत्यधिक खराब है जिसकारण मुख्य सचिव ने जनपद की 23 ग्राम पंचायतों में कराए गए विकास कार्यों की जांच के निर्देश दे दिए हैं एवं यह भी निर्देश दिया गया है कि जिला पंचायत राज अधिकारी प्रतिदिन गांव में कराए गए विकास कार्यों का सत्यापन करें और उसके अभिलेख कार्यालय को उपलब्ध कराएं। इस आदेश के बाद पंचायत सचिव व ग्राम प्रधानों में हड़कंप मचा हुआ है। डीपीआरओ ने पंचायत सचिव व प्रधानों को नोटिस जारी कर परिषदीय स्कूलों में करवाए गए कार्यों के अभिलेख तलब किए गए हैं।