उत्तर प्रदेश

विस्थापित गांव नहीं हो सका संतृप्त बरसात में बढ़ेगी मुसीबतें !

                                                                                                                                                                                                         *-हिंदू जी पी जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में हुई बैठक समस्याओं को किया गया उजागर, संतृप्त कराने की मांग*                                                                                                                        *-बुंदेलखंड एक्सप्रेस-वे एवं यमुना के किनारे विस्थापित है राजपुर नौरी नया नाम (एकलव्य नगर)*                                                                                                   *जीटी 7 डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, राम प्रकाश शर्मा। 20 जून 2025*                                                 *-औरैया।* विकासखंड अजीतमल थाना अयाना क्षेत्र की ग्राम पंचायत राजपुर नौरी नया नाम (वीर एकलव्य नगर) में गुरुवार 19 जून को हिंदू जीपी जिला अध्यक्ष गंगा सिंह के नेतृत्व में एक बैठक का आयोजन हुआ। बैठक की दौरान ग्रामीणों ने ग्राम पंचायत में उत्पन्न विभिन्न समस्याओं पर ध्यानाकर्षण किया। यह गांव पिछली वर्ष विस्थापित घोषित हुआ था। इसे स्थापित करने के लिए शासन व प्रशासन ने एक मुहिम चलाई थी जो ठंडे बस्ते में पड़ी हुई है। गांव में संसाधनों का काफी अभाव है। इसके अलावा गांव में कोई विद्यालय नहीं है।  जिससे प्राथमिक कक्षाओं में पढ़ने वाले बच्चों को शिक्षा के लिए दूर-दराज जाना पड़ता है, जिससे अविभावकों एवं बच्चों को काफी तकलीफ होती है। ग्रामीण ने समस्याओं से निजात दिलाए जाने के लिए शासन व प्रशासन से मांग की है। जिससे बरसात के दिनों में ग्रामीणों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़े।                                                         विकासखंड अजीतमल क्षेत्र के ग्राम राजपुर नौरी में आज गुरुवार 19 जून को एक बैठक हिंदू जीपी जिला अध्यक्ष गंगा सिंह के नेतृत्व में आयोजित की गई। बैठक के दौरान गांव की विभिन्न समस्याओं पर ध्यान आकर्षण करते हुए ग्रामीणों ने अपने सुझाव साझा किए। इस दौरान ग्रामीणों ने बताया कि गांव विस्थापित होने से समस्याओं का अंवार हैं।                                                    .ग्रामीण ने बताया कि गांव में पानी की टंकी रखी गई थी वह सफेद हाथी बनी हुई है। गांव के हैंड पंप भी खराब पड़े हुए हैं। गांव में विद्युतीकरण के लिए विद्युत विभाग की अधिकारी युवा कर्मचारी कोई भी प्रक्रिया नहीं कर रहे हैं जबकि विद्युतीकरण का आदेश भी हो चुका है वह नया नाप-जोख की जा चुकी है। इसके बाद दूध अभी तक गांव में एक भी विद्युत पोल नहीं पहुंचा है। इसके साथ ही संताली कारण लगभग 60 प्रतिशत हो चुका है। ग्रामीणों ने शेष समतलीकरण पूर्ण करने की मांग की है। ग्रामीणों ने आगे कहा कि  ग्राम दासपुर से लेकर नौरी गांव तक कच्चा सर्विस रोड दिया गया है। कहा कि इस मार्ग पर मिट्टी डलवाने के बाद दामिनीकरण कराया जाए जिससे ग्रामीणों को आवागमन में किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़े। ग्रामीणों की सबसे बड़ी चिंता यह है कि बरसात नजदीक है। ग्रामीण अपना जीवन झोपड़ी में हर मौसम का सामना करते हुए छोटे-छोटे बच्चों व पशुओं के साथ जीवन यापन कर रहे हैं। ग्रामीणों ने विस्थापन को स्थापित करने के लिए शासन प्रशासन से गुहार लगाते हुए आगे कहां है कि गांव में लगभग प्राथमिक विद्यालय में पढ़ने वाली पांच दर्जन बच्चे हैं जिन्हें शिक्षा के लिए गांव में कोई भी प्राथमिक विद्यालय तक नहीं है। ग्रामीणों ने गांव में प्राथमिक विद्यालय बनवाए जाने के लिए जनहित में मांग की है। बैठक के दौरान प्रमुख रूप से जिला अध्यक्ष के अलावा समाजसेवी रामकृष्ण निषाद दिनेश चंद्र प्रसाद सिंह निषाद शिविर सिंह निषाद वीर सिंह निषाद अशोक कुमार निषाद कृपा शंकर निषाद राजू निषाद मिस्त्री लाल निषाद मोनू निषाद श्याम सिंह निषाद राम लखन निषाद एवं संतराम सिंह निषाद सहित तमाम लोग शामिल रहें।

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