राजस्व विभाग की उपेक्षा से शासन को लग रहा है लाखों रुपए राजस्व का चून
नगर पंचायत शिवली के वार्डों की अब तक नहीं करायी गयी है साफ्टवेयर फीडिंग
*ग्लोबल टाइम्स-7 न्यूज़ नेटवर्क 0006*
*राकेश कुमार मिश्रा*
*उपजिला संवाददाता*
*13 सितम्बर 2024*
शिवली , कानपुर देहात| राजस्व विभाग से संबंधित उत्तरदायी लोगों की उदासीनता कहें या लापरवाही कहें या साजिश कहें जिनकी लचर कार्यप्रणाली से राजकीय कोष को प्रतिमाह लाखों रुपए राजस्व की क्षति पहुंच रही है | संबंधित प्रकरण मैथा तहसील से संबंधित है जिसमें निबंधक कार्यालय द्वारा नगरीय निकाय क्षेत्र की सीमा के अंतर्गत स्थित भूमि की बिक्री राजस्व गांव के रूप में करते हुए राजकीय कोष को राजस्व की भारी क्षति पहुंचाई जा रही है | नगर पंचायत शिवली स्थित वार्डों ( मोहल्लों) की सीमा के अंतर्गत आने वाली भूमि पर नगर पंचायत की सुविधाएं उपलब्ध होने के बाद भी तहसील मैथा की वेबसाइट पर सॉफ्टवेयर फीडिंग न होने की स्थिति में होने वाले विक्रय (बैनामा ) द्वारा जो राजस्व गांव के मूल्यांकन दर से किए जाते हैं जिससे स्टांप दर तथा सर्किल दर के रूप में राजस्व की भारी क्षति हो रही है , जबकि इस संदर्भ में जिलाधिकारी कानपुर देहात ,सहायक महानिरीक्षक निबंधन कानपुर देहात, एवं अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व कानपुर देहात को भी इस समस्या के निराकरण हेतु अवगत कराया जा चुका है किंतु अब तक इस समस्या के निराकरण हेतु किसी के द्वारा भी कोई सार्थक कार्यवाही नहीं की गई है, वहीं रजिस्टार मैंथा से इस प्रकरण में जानकारी करने पर बताया गया कि इस संदर्भ में तहसीलदार मैंथा को पत्र लिखा गया है| बताते चलें की मैथा तहसील में निबंधक कार्यालय 1 वर्ष से अधिक समय से संचालित है किंतु जिम्मेदार अधिकारियों की उदासीनता व उपेक्षा से अब तक नगर पंचायत शिवली स्थित वार्डों की साफ्टवेयर फीडिंग अब तक नहीं कराई गई है जबकि नगर पंचायत शिवली के वार्डों को मूल्याकन सूची अकबरपुर में 13 सितम्बर 2022 को दर्ज किया जा चुका था , नियमानुसार नगरी निकाय एवं राजस्व गांवों की सूंची कार्यालय संचालन के पूर्व में ही तहसील के साफ्टवेयर में फीड हो जाना चाहिए था |