शरीर को स्वस्थ और निरोग रखने का माध्यम है ,योगा, डा. धर्मेन्द्र गुप्ता, एम. डी.

ग्लोबल टाइम्स 7 डिजिटल न्यूज नेट वर्क, मुख्य संपादक डा. धर्मेन्द्र गुप्ता गुप्ता ,लखनऊ उत्तर प्रदेश
संपादकीय
हमारे शरीर की संरचना पांच तत्वों से मिलकर हुई है और इस शरीर को स्वस्थ और निरोग बनाए रखना ही हमारे खानपान, कार्यशैली तथा दिनचर्या पर निर्भर करती है।शरीर को स्वस्थ और निरोग रखने के लिए योगाभ्यास करना आवश्यक है। क्योंकि योग में सांस लेने के व्यायाम,ध्यान,और आसान शामिल होते है जो मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत फायदेमंद होते है।
योग का अर्थ एकता या बांधना है इस शब्द की संस्कृत जड़ है युज,जिसका मतलब है जुड़ना।

योग विशेषज्ञों के अनुसार 30 मिनट का योगाभ्यास शरीर को स्वस्थ रखने के लिए आदर्श माना जाता है।वैसे तो कई प्रकार के योग है जिनके आधार पर योगाभ्यास की समयावधि निर्धारित होती है।योग गुरुओं के अनुसार सबसे अच्छा योग शवासन माना जाता है। शरीर को फिट रखने के लिए हर उम्र के लोग ये पांच योगाभ्यास कर सकते है।
सुखासन और दंडासन में दोनो पैरों को फैलाकर बैठ जाना ।
व्रक्षासन में इसकी शुरुआत सीधे खड़े होकर करते है।इसके अलावा वज्रासन और नौकासन भी सरल योगाभ्यास है।नौकासन करने के लिए पीठ के बल लेटना पड़ता है। योग शुरू करने से पहले कमलासन या पद्मासन को पहले करना चाहिए।
दिनचर्या प्रारंभ करने से पहले सुबह उठकर सबसे पहले एक गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए इससे शरीर के सारे टक्सिस पदार्थ बाहर आ जाते है।योग करने से शक्ति संतुलन और लचीलेपन में शीघ्र ही सुधार होता है। इससे हमारे शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती है तथा मानसिक तनाव में भी सुधार होता है। योग का अभ्यास तन और मन दोनों के लिए लाभकारी है।
यदि आपको अधिक कार्य करने के कारण थकावट महसूस हो रही हो या किसी बीमारी से पीड़ित हों तो योग भूलकर भी न करें। रोजाना सूर्य नमस्कार करने से हमारे शरीर की फिटनेस सही रहती है और यह अत्यंत लाभकारी होता है। सूर्य नमस्कार का वर्णन हमारे वेद पुराणों में भी आता है।
इसलिए प्रतिदिन योगाभ्यास करें और अपने शरीर को स्वस्थ और निरोग बनाए रखें।