अवैध रूप से संचालित अस्पतालों पर स्वास्थ्य विभाग की टीमों के छापे।

नर्सिंग होम संचालक टीम को देख कर भागे।
रिपोर्ट आशीष कुमार गुप्ता
ग्लोबल टाइम्स 7 न्यूज़ नेटवर्क बलरामपुर लखनऊ उत्तर प्रदेश
बलरामपुर। मीडिया में प्रकाशित खबरों का संज्ञान लेते हुए बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने अवैध रूप से संचालित अस्पतालों तथा नर्सिंग होम पर नकेल कसने के लिए टीम गठित कर कार्रवाई करने हेतु स्वास्थ्य विभाग द्वारा अभियान चलाया गया। इस क्रम में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव द्वारा सानिया पाली क्लीनिक एवं जच्चा बच्चा केंद्र रानीपुर पेहर बाजार उतरौला के नाम से अवैध रूप से हॉस्पिटल का संचालन सुहेल खान द्वारा किया जा रहा था, जिसमे अप्रशिक्षित स्टाफ द्वारा असुरक्षित प्रसव कराया जाता है, मरीजों को भर्ती करके उपचार किया जाता है। जिसे आज मुख्य चिकित्सा अधिकारी के आदेशानुसार डॉ संतोष कुमार श्रीवास्तव अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी नोडल अधिकारी हॉस्पिटल रजिस्ट्रेशन एवं डॉक्टर योगेंद्र चिकित्सा अधिकारी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र उतरौला द्वारा सीज किया गया। हुसैन क्लीनिक उतरौला एवं सारंग पॉली क्लीनिक उतरौला को नोटिस दिया गया। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी द्वारा भी अवैध रूप से संचालित अस्पतालों का निरीक्षण किया गया। सीएमओ की गाड़ी देखते ही अवैध नर्सिंग होम संचालकों के हाथ पांव फूल गए , अफरा तफरी मच गई, कई अवैध नर्सिंग होम संचालक फरार हो गए। सीएमओ ने गैंडास बुजुर्ग के चिरकुटिया बाजार के मां सेवा हॉस्पिटल के संचालक भाग गया।मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर ने उतरौला बाजार में संचालित सावित्री हॉस्पिटल पर छापा मारा तो वहां का संचालक भी भाग गया।मुख्य चिकित्सा अधिकारी बलरामपुर डॉ मुकेश कुमार रस्तोगी ने बताया कि जनपद में अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम , अस्पतालों व पैथोलॉजी पर अभियान चला कर नियमित रूप से कार्यवाही की जाएगी । उन्होंने अवैध रूप से संचालित नर्सिंग होम संचालकों से अपील किया है कि जिनके भी अस्पताल का पंजीकरण न हुआ हो वे मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में अपने अस्पताल का पंजीकरण नियमानुसार करवाना सुनिश्चित कर लें अन्यथा उन सब के विरुद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए भारतीय दण्ड संहिता की सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत करवा दिया जाएगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने यह भी कहा कि जिन भी नर्सिंग होम अस्पतालों तथा पैथोलॉजी सेंटरों में अप्रशिक्षित और अयोग्य कर्मियों द्वारा कार्य लिया जा रहा है उनसे तत्काल कार्य लेना बंद कर दें। अन्यथा किसी भी तरह की जनहानि होने पर नर्सिंग होम संचालकों पर व्यक्तिगत जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए इस आपराधिक कृत्य के लिए कठोर विधिक कार्यवाही किया जाएगा।