लखनऊ

अरौल हादसा :- राजनितिक रसूक के आगे जिले का प्रशासन हुआ नतमस्तक ! Kanpur nagar

सुनील कुमार मिश्रा, ग्लोबल टाईम्स 7
न्यूज नेटवर्क
लखनऊ उत्तर प्रदेश

:- अरौल हादसे के मुख्य जिम्मेदारों को बचाने में जुटा प्रशासन, कई दिन बीत जाने के बाद प्रशासन प्रबंधक एवं प्रधानाचार्य का नहीं पता लगा पाई नाम

:- स्कूल प्रबंधन ने गाड़ी के क्यों नहीं चेक किये कागजात और ड्राइवर का लाइसेंस उठता सवाल ?, प्रशासन ने छोटे लोगो को भेजा जेल, पुलिस व प्रशासन बड़े व पहुच वाले का लोगों का अभी तक नहीं कर पाया नाम और पता मालूम

:- डीएम राकेश कुमार द्वारा गठित जांच टीम ने स्कूल प्रबंधन को ठहराया था घटना का जिम्मेदार, शिक्षा विभाग और पुलिस प्रशासन की कार्यशैलियों पर उठने लगे सवाल

बिल्हौर /कानपुर नगर (तहसील संवाददाता )
11फरवरी 2024 ।
बीते गुरुवार को अरौल थाना क्षेत्रांतर्गत हाईवे पर हुए हादसे में स्कूल वैन सवार छात्र यश तिवारी (13) की दर्दनाक मौत हो गई और आठ बच्चे घायल हो गए। दो बच्चे बुरी हालत के चलते जिले के अस्पताल में जिंदगी मौत की जंग लड़ रहे हैं। मामले में मृतक पिता की तहरीर पर शनिवार को वैन चालक हरिओम कटियार, लोडर चालक ऋषि कटियार, ट्रक चालक सरफराज और स्कूल प्रबंधक व प्रधानाचार्य के खिलाफ गंभीर धाराओं में एफआईआर दर्ज हुई। इसके बाद से स्कूल मालिक की राजनैतिक हनक से कार्रवाई पर सवाल बने हैं। हालांकि वक्त के साथ इससे भी पर्दा उठेगा। पुलिस ने शनिवार को आरोपित चालकों को बाद आवश्यक कार्रवाई जेल भेज दिया।
डॉ. जीपीआरडी पटेल विद्यालय की शाखा सोनेलाल पटेल एजुकेशन सेंटर पर सवालों का दायरा बढ़ता जा रहा है। अपना दल (कमेरावादी) की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल के स्वामित्व में फल फूल रहे स्कूल में एक हादसे के बाद बड़ी लापरवाही सामने आ रही है। जूनियर ग्रेड स्कूल में हादसे वाली वैन के अलावा लगभग 12 अन्य वैन लगी है। इसमें एक भी वाहन कमर्शियल नही है और न ही मानक पर खरा उतरता है। बच्चों को ढोने वाले वाहनों में पीले रंग की छींट तक नही है। चालक अधिकांश स्थानीय है और परिपक्व भी नही है। एफआईआर के बाद इस तरह की खामियों से स्कूल प्रबंधन समिति सुर्खियां बटोर रहा है। एफआईआर में आरोपित वैन चालक सहित लोडर व ट्रक चालक को घटनास्थल से ही दबोच लिया गया था और उन्हें शनिवार को आवश्यक कार्रवाई के बाद जेल भेज दिया गया। बाकी स्कूल प्रबंधक व प्रधानाचार्य पुलिस की पकड़ से दूर है। स्थानीय लोगों का मानना है कि मामले में चालकों पर कार्रवाई करना तो लगभग तय है। लेकिन स्कूल प्रबंधन समिति से आरोपों में फंसे लोग कहीं न कहीं राजनैतिक प्रभाव का इस्तेमाल कर कार्रवाई हल्की करने का प्रयास करेंगे। उधर, डीएम ने निष्पक्ष जांच के लिए बीएसए, आरटीओ व एसडीएम की समिति का गठन किया। जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई तय की जाएगी। डीसीपी विजय ढुल भी लगातार घटना की मॉनिटरिंग कर उचित दिशा निर्देश दे रहे हैं।

Alok Mishra

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