परीक्षा से डरें नहीं विद्यार्थी, त्यौहार की तरह मनाएं इसका जश्न।

ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क टीम दिबियापुर औरैया संवाददाता सुशील कुमार विश्वकर्मा।
बच्चों के इम्तिहान की घड़ी नजदीक आ गई है। फरवरी माह के मध्य से बोर्ड परीक्षाएं प्रारंभ हो जाएंगी। इसी माह में नवमीं एवं ग्यारहवीं की परीक्षाएं भी साथ-साथ चलेंगी। साल भर मेहनत करने के बाद अब बच्चे केवल पढ़ाई पर ध्यान दे रहे हैं। सुबह से शाम को बच्चों का ध्यान केवल पढ़ाई पर है। स्कूल और बाद कोचिंग क्लास में अधिकांश समय पढ़ाई पर दे रहे हैं। लेकिन इन सब के बीच स्वयं का ध्यान रखना भी जरूरी है। परीक्षा कोई हौव्वा नहीं है। इससे डरने की कोई जरूरत नहीं होती है। इससे डरने की बजाए किसी त्योहार की तरह इसका जश्न मनाना चाहिए।
हर साल परीक्षा को लेकर तनाव से गुजरने वाले लाखों छात्र-छात्राओं को ये संदेश बेहद जरुरी है, त्योहारों का पहले से इंतजार किया जाता है। ये साल के बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम होते हैं। मुझे यकीन है कि आप सभी को होली, दिवाली, ईद, क्रिसमस और गुरु पर्व का बेसब्री से इंतजार रहता होगा। क्या इसी तरह आप परीक्षा की भी महीनों पहले से ही चर्चा नहीं करते और उसकी तैयारी में जुट जाते हैं, त्योहार हमारे भीतर के सर्वश्रेष्ठ को बाहर निकालते हैं। इसी तरह परीक्षा भी हमारे सर्वश्रेष्ठ को बाहर निकालने के लिए होती है। त्योहार हजारों लोग एक साथ मनाते हैं, परीक्षा भी हजारों लोग साथ देते हैं। ऐसा माना जाता है कि त्योहारों के समय की गई प्रार्थनाएं अधिक फलदायी होती हैं। इसी तरह परीक्षा के समय में की गई पढ़ाई अधिक फलदायी होती है। परीक्षा आपकी वर्तमान तैयारियों का आकलन करते हैं, आपका नहीं। इसलिए चिल करो।
परीक्षा के लिए कुछ टिप्स –
- सबसे पहले विद्यार्थियों को परीक्षा जैसा किसी भी शब्द का डर अपने मन में नहीं रखना चाहिए। किसी भी स्थिति में मन में तनाव पैदा न हो इसका खास ख्याल रखें।
- परीक्षा के दौरान कम से कम छह घंटे की नींद लेना चाहिए, सुबह जल्दी उठकर पढ़ाई करने से दिमाग फ्रेश बना रहता है।
- बीच-बीच में कुछ टहलना भी जरूरी है। साथ ही कुछ समय के लिए मनोरंजन भी करें ताकि शरीर की मांसपेशियों में स्फूर्ति बनी रहे। खाने में पौष्टिक व हल्का भोजन करें।
- रात दस बजे तक सो जाएं ताकि सुबह जल्दी उठ सकें। अभिभावक बच्चों को पढ़ाई के लिए ज्यादा दबाव न डालें, बल्कि उनमें ऐसा माहौल बनाएं कि बच्चे स्वयं अपनी पढ़ाई के प्रति गंभीर रहें।
- जहां भी परेशानी है वहां विषय अध्यापक/अध्यापिका या दोस्तों से चर्चा कर उसका समाधान ढूंढें। प्रत्येक विषय के लिए समय निर्धारित कर लें।
- गणित, अंग्रेजी, विज्ञान जैसे कठिन विषयों पर बार-बार रिवीजन करें। इसके साथ ही खानपान का विशेष ध्यान दें।
- टीवी, मोबाइल व अन्य किसी तरह के आयोजन से आपको कुछ दिनों तक दूर रखें, ताकि पूरा ध्यान पढ़ाई पर ही केंद्रित रहे।