सोने चांदी की बढ़ी कीमतें महिलाएं उदास आर्टिफिशियल जेवरात की बढ़ी मांग

जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
29 सितंबर 2023
#औरैया।
सोने चांदी की कीमतों की बेतहाशा बढ़ी महंगाई से आम गरीब व मध्यम वर्ग के लिए आभूषण अब स्वप्न सा प्रतीत होने लगे हैं। चांदी की बढ़ी कीमतों के कारण अब लोग आर्टिफिशियल जेवरात से ही महिलाओं को बहलाने में लगे नजर आ रहे हैं लेकिन महिलाएं बेहद उदास नजर आ रही हैं।
कहने को तो सोने चांदी के आभूषण महिलाओं की सुंदरता का अहम हिस्सा माने जाते हैं और महिलाओं को जेवरात से सबसे अधिक लगाव होता है। शादी समारोहों में सोने चांदी के जेवरातों से ही महिलाएं अपना साज श्रृंगार करती हैं। यही नहीं खास कर नई नवेली दुल्हनों के लिए सोने चांदी के जेवरात की खांसी आवश्यकता होती है इस समय सोने चांदी की कीमतें इतनी बेतहाशा बढ़ गई है कि आम गरीब परिवार ही नहीं बल्कि मध्यम तबके के परिवार भी जेबरात खरीदने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। पिछले लगभग 1 वर्ष से सोने चांदी की कीमतों में वृद्धि का आलम यह है कि मध्यम वर्गीय परिवार अपने बेटे बेटियों की शादी में पुराने जेवरात से ही काम चलाते नजर आ रहे हैं। इस समय सोना 5900 प्रति 10 ग्राम जबकि चांदी 70 हजार रुपए प्रति किलोग्राम के हिसाब से बिक रही है। सोने चांदी की कीमत बढ़ने से महिलाएं बेहद उदास हैं और इसी के चलते इन दोनों आर्टिफिशियल जेबरात का चलन तेजी से बढ़ गया है जिसके चलते जगह-जगह आर्टिफिशियल जेवरात के शोरूम सजे नजर आ रहे हैं। सर्राफा व्यवसाई कृष्ण कुमार वर्मा छूटंकु उदयवीर वर्मा सर्राफ अरविंद कुमार सर्राफ कुमार अंशु गुप्ता गौरव गुप्ता आदि सर्राफा व्यवसाईयों का कहना है कि सोने चांदी की कीमत बढ़ने से सर्राफा व्यवसाय बुरी तरह प्रभावित हो रहा है। पिछले वर्षों की अपेक्षा व्यवसाय में 50% तक की गिरावट आई है। अनीता शाक्य नीलम सुमन देवी शशि आदि महिलाओं का कहना है कि महंगाई के कारण धनाढय वर्ग भी अब उतने जेबरात नहीं बनवा पा रहा है जितने पहले बनवाता था अब मध्यम वर्ग की महिलाएं भी आर्टिफिशियल जेवरात से ही काम चलाती नजर आ रही है।