जिले में चालकों की हड़ताल से बिगड़ रहे हालत सरकार के कानून की हो रही निंदा

चालकों की हड़ताल से पेट्रोल पंप पर पसरा सन्नाटा, बड़ी मुश्किलें
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरो रिपोर्ट औरैया।
02 जनवरी 2024
#औरैया।
केंद्र सरकार द्वारा चालकों को दुर्घटना में सात वर्ष की सजा और तीन लाख रुपए जुर्माना के नये कानून के विरोध के चलते मंगलवार को भी चालकों की हड़ताल के चलते सड़कों पर ज्यादातर वाहन नहीं चले। जिससे मुसाफिरों को सफर करने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। इस दौरान यदि किसी ने सवारी को ले जाने का प्रयास किया तो चालकों ने वाहनों से सवारियों को उतरने को मजबूर कर दिया। वही पेट्रोल पंपों पर दिन भर सन्नाटा पसरा रहा। चालकों की हड़ताल के चलते ज्यादातर लोग इस कड़ाके की ठंड में भी अपने निजी वाहन वाइक आदि से सफर करते देखे गये। जिले में सरकार सरकार की नये कानून को लेकर चालकों की हड़ताल से हालात बेकाबू होने की समाचार प्राप्त हो रहे हैं। इसके साथ ही सरकार की चारों तरफ निंदा शुरू हो गई है। ऐसी स्थिति में हालात बेकाबू होने से इनकार नहीं किया जा सकता है।

चालकों की हड़ताल के चलते पेट्रोल पंपों पर भी सन्नाटा पसरा रहा और पेट्रोल पंप संचालकों ने यह कहकर पेट्रोल डीजल देना बंद कर दिया है। चालकों की हड़ताल के चलते डीजल पेट्रोल की गाड़ियां नहीं आ पा रही हैं। वाहनों की हड़ताल के चलते सब्जी मंडी में भी सब्जियां, फल आदि नहीं आ सके। चालकों की हड़ताल का आज तीसरे दिन भी व्यापक असर देखने को मिला। जबकि प्रशासन भी हड़ताल के आगे लाचार दिखाई दिया। श्रीजी पेट्रोल पंप के मालिक कमल वर्मा ने बताया कि ट्रक ड्राइवर अन्य वाहन चालकों की हड़ताल से पेट्रोल पंप पर बुरा असर पड़ा है। श्री वर्मा ने बताया कि हड़ताल की वजह से यदि डिपो से पेट्रोल डीजल की सप्लाई शुरू नहीं हुई तो आने वाले समय में पेट्रोल डीजल की किल्लत का सामना करना पड़ सकता है। वही श्री वर्मा ने बताया कि हड़ताल की वजह से पंपों पर पेट्रोल डीजल की सप्लाई न आने से अधिकांश पंप बंदी की कगार पर हैं। बताया कि प्रतिदिन 8000 लीटर पेट्रोल/डीजल की बिक्री पंप से होती थी लेकिन वाहन चालकों की हड़ताल पर 700 लीटर भी पेट्रोल/ डीजल की बिक्री नहीं हो पा रही है। कहा कि यदि यही हालत रहे तो देश की जनता को बड़ी महंगाई का सामना करने से इनकार नहीं किया जा सकता है। जनपद विभिन्न कस्बों दिबियापुर, कंचौसी, बेला, बिधूना, एरवाकटरा, उमरैन, अछल्दा, फफूंँद, अजीतमल, अयाना आदि से भी सरकार के नये कानून के विरोध में चालकों की हड़ताल से संबंधित समाचार प्राप्त हुए हैं।