अपेक्षा महिला एवं बाल विकास समिति द्वारा कार्यक्रम का हुआ आयोजन

प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण मुहिम के तहत अभियान जारी
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरो रिपोर्ट औरैया।
14 दिसंबर 2023
#औरैया।
अपेक्षा महिला एवं बाल विकास समिति द्वारा दिनांक 14 दिसंबर 2023 को जनपद औरैया के विकास खण्ड औरैया के ग्राम लुहियापुर में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मीडिया के सहयोग से स्वयं सहायता समूह से जुड़े विभिन्न गांव की महिलाओ को अपनी आजीविका एवं प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के जागरूकता अभियान की मुहिम जारी है। इस अभियान की मुख्य संयोजिका अंकिता ने बताया कि आज भी ग्रामीण परिवेश में दलित वंचित समुदाय की महिलाएं आजीविका न होने के कारण आर्थिक रूप से बहुत कमजोर है। आर्थिक तंगी के कारण इन सभी का मानसिक विकास पर भी असर पड़ता है और समाज मे जब महिला मानसिक और आर्थिक रूप से कमजोर तो घर और समाज मे इनको हर जगह यातनाओं का शिकार हो जाती है। ग्रामीण तबके की महिलाएं यदि पुरुषों के बराबर काम नही करेगी तो समाज मे बदलाव सम्भव नही है और हिंसा का कम होना भी सम्भव नही होगा।
समिति मुख्य रूप से महिलाओ की स्थायी आजीविका उनके स्वास्थ्य शिक्षा पोषण सशक्तिकरण आदि मुद्दों पर कार्य करती है। कार्यक्रम में सन्दर्भ ब्यक्ति ओम नारायण द्वारा महिलाओ को कृषि आजीविका, पशुओ पर आधारित विभिन आजीविका पर विस्तृत चर्चा करते हुए बताया कि प्राकृतिक संसाधनों का अधिक उपयेाग करना बंद कर देना चाहिए। जैसे आप लोग फसल उत्पादन के लिए रसायन का उपयोग बहुतायत कर रहे है। किसानों को मिश्रित फसल की विधि, उर्वरक, कीटनाशक और फसल चक्र के उपयोग पर जानकारी दी।प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के लिए हमे सबसे अधिक पौधे लगाए आप लोग संकल्प ले कि बच्चे के जन्म पर जन्म दिन पर कुछ पौधे हर ब्यक्ति लगाए और उनको संरक्षित भी करे गांव में भी अब पेड़ो की संख्या बहुत कम होती जा रही है। सभी लोग ये संकल्प ले लें कि हर व्यक्ति को साल में 5 पौधे फलदार हवादार अवश्य संरक्षित करना है तो पौधों की संख्या गांव में कम नही होगी। गांव में अधिक से अधिक बरगद पीपल नीम सहजन आंवला अमरूद आम आदि लगाए जाएं जब भी पौधे लगाए समिति से सम्पर्क करें उद्यान विभाग के सहयोग से आपको गांव में मुफ्त पौधे का भी सहयोग कीट जाएगा बस आपको पौधों की देख भाल करनी है। वृक्षारोपण के महत्व पर विस्तृत जानकारी साझा की गई। पर्यावरण में बढ़ते प्रदूषण की वजह से वृक्षारोपण की आवश्यकता इन दिनों अधिक हो गई है। वृक्षों के विकास के लिए पौधों को लगाना और हरियाली को फैलाना बहुत ही आवश्यक है।
अगर हम वास्तव में जीवित रहना चाहते हैं और अच्छी तरहसे जीवनयापन करना चाहते हैं तो अधिक से अधिक पेड़ लगाए जाने चाहिए। ऑक्सीजन देने और कार्बन डाइऑक्साइड को लेने के अलावा पेड़ पर्यावरण से अन्य हानिकारक गैसों को भी अवशोषित करते हैं जिससे वायु शुद्ध और ताज़ी बनती है। जितने हरे-भरे पेड़ होंगे उतना अधिक ऑक्सीजन का उत्पादन होगा और अधिक विषैली गैसों को यह अवशोषित करेंगे।पर्यावरण के लिए वृक्षारोपण की प्रक्रिया महत्वपूर्ण क्यों है इसके कई कारण हैं जैसे पौधे हमे ऑक्सीजन देते है आप सब अभी देख चुके है कोरोना काल मे ऑक्सीजन की स्थिति को कैसे हम लोग बिना आक्सीजन के एक सेकेंड भी नही रह पाएंगे इस लिए आगे आने वाले समय मे हम सभी की यह जिम्मेदारी है कि अपने वातावरण को प्रदूषण से मुक्त रखे। वृक्षारोपण करे। जिससे एक स्वस्थ समाज की परिकल्पना को पूरा किया जा सके। समिति उपाध्यक्ष शिप्रा ने कार्यक्रम में उपस्थित महिलाओ से वनों को बढ़ावा देने के लिए वृक्षारोपण अधिक से अधिक करने की अपील की और कहा कि वृक्षारोपण का बहुत बड़ा महत्व है वृक्षारोपण बागवानी के लिए इस पृथ्वी को सुंदर बनाने के लिए वातावरण को सुरक्षित संरक्षित करने के लिए पर्यावरण को बेहतर बनाने में पौधे ही हमारी मदद करते है, हवा को शुद्व करते है पानी को संरक्षित करते है, अर्थ व्यवस्था को भी मजबूत करते है वनों को बढ़ावा देते है, वृक्षारोपण के महत्व को पहचाने और अधिक से अधिक अपना योगदान करें तथा अपने आस पास के लोगो को भी प्रेरित करे जिससे इस पृथ्वी को सुंदर बनाया जा सके। सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। इस अभियान में अंकिता, विष्णु, शिप्रा, धीरज, अनिल, सोनम, सुनीता, राधा के सहित 100 से अधिक महिलाओ ने संसाधन संरक्षण एवं आजीविका संरक्षण की ली शपथ।