राज्य आपदा मोचन दल (एसडीआरएफ) ने बताया बाढ़ से बचाव का रास्ता

नाविक व ग़ोताख़ोरी ,,ग़ामीणो को किया गया जागरूप
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात #भोगनीपुर
राज्य आपदा मोचन दल की टीम ने भोगनीपुर तहसील सभागार में पहुंचकर बाढ से पीड़ित लोगों को व गोताखोरों को बाढ से बचाने का उपाय बताया । एसडीआरएफ कानपुर देहात के इंस्पेक्टर ज्ञानेश्वर ने बताया कि बाढ़ से पूर्व हमें पूरी तैयारी करनी चाहिए बाढ़ एकदम अचानक जब रात में आ जाए व पानी घरों में घुसने लगे तो सबसे पहले जान माल वा सामान की रक्षा करना है ।नदियों का पानी जब अचानक गांव के अंदर पहुंच जाए तभी हमें सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी चाहिए । यदि रात में अचानक बाढ़ का पानी घर के अंदर घुस जाए तो सबसे पहले घर में जो प्लास्टिक की खाली बोतल पड़ी होती है 6 बोतलों को रस्सी बांधकर ढक्कन नीचे की तरफ कर के वह बोतल हमें शरीर में बांधना चाहिए जिससे शरीर पानी के अंदर नहीं डूबता है उन बोतलों के सहारे शरीर पानी में तैरता रहता है ।यदि अधिक मात्रा में पानी आ जाए तो घर के जो घड़ी एलमुनियम हुआ स्टील के बर्तन होते हैं तो उसमें रस्सी बांधकर बैठकर बाढ़ से बचाया जा सकता है ।ज्ञानेश्वर ने बताया कि बाढ़ अचानक आती है कभी-कभी नदी का पानी धीरे-धीरे बढ़ता है यदि पानी धीरे-धीरे बढ़ता है तो कई तरीकों से बचा जा सकता है यदि अचानक रात के समय पानी भर जाता है तो यही रास्ते अपना ना होता है। सबसे पहले बच्चों व जानमाल की रक्षा करना है यदि समय रहता है तो सामान भी सुरक्षित करना है ।उन्होंने करियापुर दौलतपुर सरोटा चपर घटा नगीना रसूलपुर क्यूटरा मूसानगर आदि गांव से नाव चलाने वाले नाविक भी पहुंचे और कई गोताखोर भी पहुंचकर बाढ से बचाव के उपाय सीखें ।इस अवसर पर यमुना व गंगा नदी के गोताखोरों ने भी आम जनमानस को बाढ़ से बचाव के तरीके बताएं बाढ़ से पीड़ित व्यक्ति को घबराने की अपेक्षा किसी तरह पानी से बाहर तब तक पहुंचने के लिए जोर देने पर बल दिया ।