श्रमिक दिवस के अवसर पर प्राथमिक विद्यालय में जिलाधिकारी ने किया श्रमदान

‘‘हमारे सरकार की सोच है कि हर बच्चा स्कूल जाये और स्कूल का प्रांगण साफ-सुथरा हो स्वच्छ हो: जिलाधिकारी
बच्चों में पढ़ाई के साथ रचनात्मकता का भी विकास होना चाहिए: जिलाधिकारी
ग्लोबल टाइम्स-7
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न्यूज नेटवर्क
अनूप गौङ
जिला संवाददाता
कानपुर देहात
कानपुर देहात
01 मई 2023
एक मई मजदूर दिवस के अवसर पर जनपद कानपुर देहात की जिलाधिकारी नेहा जैन द्वारा एक अभिनव पहल की गयी जिसके तहत जनपद के सम्पूर्ण अधिकारियों द्वारा अपने गोद लिए विद्यालयों में जाकर बच्चों के साथ मिलकर श्रमदान द्वारा विद्यालय प्रांगण में साफ-सफाई का कार्य किया गया, इस पहल का उद्देश्य था कि छात्र-छात्राओं में उनके माता-पिता, शिक्षकों एवं समुदाय के प्रति सम्मान की भावना को विकसित करते हुए विद्यालय परिवेश की समग्र स्वच्छता के प्रति नैतिक जिम्मेदारी की भावना को विकसित करना।
साथ ही छात्रों के मन में यह भाव पैदा करना कि विद्यालय की साफ-सफाई एवं स्वच्छता केवल एक विशिष्ट व्यक्ति का कार्य नहीं है बल्कि यह छात्रों, अभिभावकों एवं शिक्षकों का भी नैतिक दायित्व है। विद्यालयों में इस प्रकार की सृजनात्मक पहल के लिए छः प्रमुख रणनीतियां निर्धारित की गयी हैं-
- करके सीखना
- कार्य करने से पहले सोंचे
- करने के लिए सूची
- सीखने हेतु कैसे और किस प्रकार की सामग्री का उपयोग किया जाये इसकी जानकारी कराना
- प्रशिक्षण और सह-प्रबन्धन
- स्वच्छता को पवित्रता पर्व के रूप में आयोजित करना
इन्हीं सब उद्देश्यों की पूर्ति हेतु जिलाधिकारी की अगुआई में सभी अधिकारियों के सहयोग से स्कूलों में इस विशिष्ट कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बोलते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि ‘‘हमारे सरकार की सोच है कि हर बच्चा स्कूल जाये और स्कूल का प्रांगण साफ-सुथरा हो स्वच्छ हो, इसी उद्देश्य से संचालित होकर सभी जनपद स्तरीय एवं ब्लाक स्तरीय अधिकारियों ने अपने गोद लिए विद्यालयों में जाकर साफ-सफाई का कार्य किया, साथ ही साथ बच्चों की सीखने की क्षमता एवं उनके अध्ययन-अध्यापन में सहायक तत्वों को भी परखा गया, साथ ही साथ शिक्षकों एवं अभिभावकों के साथ मिलकर एक शिक्षा चौपाल लगाने हेतु भी निर्देशित किया गया। इसी क्रम में मेरे द्वारा चार विद्यालयों का निरीक्षण किया जिसमें प्राथमिक विद्यालय बर्रा-ठर्रा, प्राथमिक विद्यालय सरैया, कम्पोजिट विद्यालय पलिया बास खेड़ा और प्राथमिक विद्यालय खेड़ा-कुर्सी का निरीक्षण किया गया। इस तरह के आयोजन से विद्यालय की समस्याये ंतो सामने आयेंगी ही साथ ही साथ अभिभावक भी अपने बच्चों को इन विद्यालयों में भेजने हेतु प्रोत्साहित होंगे। साथ ही जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चों में पढ़ाई के साथ रचनात्मकता का भी विकास करना चाहिए, शिक्षा गुणवत्तापूर्ण होनी चाहिए ताकि बच्चे इस प्रतिस्पर्धी युग में अपनी एक अलग पहचान बना सकें। जिलाधिकारी ने इस अवसर पर स्कूल के बच्चों के साथ बैठकर मध्यान्ह भोजन भी किया और भोजन को गुणवत्ता युक्त पाया।
इसी क्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुश्री रिद्धी पाण्डेय ने भी विकास खण्ड सन्दलपुर के तीन विद्यालयों में जाकर इस अभियान का हिस्सा बनीं इन विद्यालयों में प्राथमिक विद्यालय असलापुर, संविलियन विद्यालय फिरोजापुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय हथूमा। इस महत्वपूर्ण अभियान के उद्देश्यों की जानकारी देते हुए बताया कि इस तरह के अभियान का उद्देश्य बच्चों में सामूहिकता का विकास करना साथ ही साथ बच्चों को स्वच्छता के महत्व को बताना है बच्चों के अन्दर सर्वांगीण विकास हो सके इस तरह का भी प्रयास इन आयोजन के द्वारा किया जा रहा है।