हज़रत अली की शिक्षा और न्याय आज भी बेमिसाल हैं- मुईज उददीन।

ग्लोबल टाइम्स 7 डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क। फरहान सागरी
हरदोई।
कस्बा गोपामऊ के मोहल्ला बंदगी मियां क़स्बा में पैग़म्बरे इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब के दामाद हज़रत अली रजी.का जन्म दिन हर्षोउल्लास से मनाया गया। उनके जन्म दिन के अवसर पर क़स्बा के मोहल्ला बंदगी मियां में ग़रीब नवाज़ फाउंडेशन द्वरा “जश्ने मौलाए कायनात”का आयोजन किया गया।जिसे सम्बोधित करते हुए मुख्य अतिथि ग़रीब नवाज़ फ़ाउण्डेशन के प्रदेश महासचिव व दरगाह हज़रत सागर मियां के सज्जादा नशीन मुईज़उद्दीन अहमद साग़री चिश्ती ने कहा हज़रत अली का जन्म 13 रजब 24 हिजरी पूर्व खानए कआबा में हुआ। हज़रत अली क शासन काल में गरीबों यतीमों एवं बेसहारा लोगो की मदद के लिए जाना जाता है उन्होंने इस्लामिक थियोलॉजी (अध्यात्म) को तार्किक आधार दिया।मुस्लिम वैज्ञानिक एवं ईमानदार शासक हजरत अली की शिक्षा और न्याय आज भी बेमिसाल हैं।उन्होंने कहा हज़रत अली को इस्लाम धर्म में एक विशेष स्थान प्राप्त है।
उन्होंने सदैव आतंकवाद का विरोध किया और अपने शासनकाल में अमनो अमान कायम किया।ग़रीब नवाज़ फाउण्डेशन ज़िला अध्यक्ष फ़रहान साग़री ने हज़रत अली के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला।
हाफिज मुक़ीम ने कहा हज़रत अली का जीवन मानवता का प्रमाण है। उनकी शिक्षा पर अमल करने वाला हर व्यक्ति दुनिया के हर संघर्ष में सफल होगा। अध्यक्षता जुलूस मोहम्मदी कमेटी के अध्यक्ष मंज़ूर अहमद व संचालन हाफ़िज शाह आलम ने किया। स्थानीय शायरों ने मौला अली की शान में कलाम पेश किया। इस अवसर पर मास्टर मो0 अहमद, मसरुर सागरी, शाकिर अली,सलीम सागरी, नफ़ीस खां, मशकूर, जुनैद अहमद, इमरान सागरी, मो0 मेराज रियाज, मो0 अनस, सुनील रस्तोगी, रशीद, तौहीद, फैयाज सागरी सहित अन्य उपस्थित रहे।