रहीम और कबीर ने हिंदू समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का प्रयास किया :सुभाष जी

ग्लोबल टाइम्स -7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क तहसील रसड़ा सुनील कुमार
रसड़ा(बलिया )गोरक्ष प्रांत के प्रचारक श्री सुभाष जी ने कहा है कि मकर संक्रांति उत्सव समरसता का त्यौहार है। हमें समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों के उत्थान के विषय में सोचना चाहिए। अंत्योदय कार्यक्रम तभी सफल होगा ,जब हम अनपढ़ को पढायें, गरीबों के आर्थिक विकास की पहल करें। हम लोगों में व्याप्त छुआछूतऔर जातिवाद की बुराइयों को खत्म करें। छुआछूत और जातिवाद समाज का बहुत बड़ा कोढ़ है। रहीम और कबीर ने हिंदू समाज में व्याप्त कुरीतियों पर कड़ा प्रहार किया था। कबीर ने काशी की जगह मगहर में समाधि ली थी और हिंदू समाज में व्याप्त कुरीतियों को दूर करने का संदेश दिया था।
उन्होंने कहा कि हिंदू समाज सर्वे भवंतु सुखिनः में विश्वास करता है और भारतीय मनीषियों द्वारा योग और आयुर्वेद संपूर्ण विश्व को दिया गया अनुपम देन है।

उन्होंने कहा कि भारत सोने की चिड़िया था और कोहिनूर हीरा भारत से ही इंग्लैंड गया था।
श्री सुभाष जी स्थानीय श्रीनाथ मेरीज हाल में आयोजित स्वयंसेवकों की एक विशाल सभा को संबोधित रहे थे। कार्यक्रम में दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री बाल्मीकि त्रिपाठी जी , पूर्व चेयरमैन वशिष्ठ नारायण सोनी, जिला प्रचारक अनुज जी भी मौजूद रहे। मंच पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला संघ चालक डॉक्टर बिरज राज सिंह, सह जिला संचालक डॉ राम बाबू ,नगर संचालक श्याम कृष्ण गोयल श्रीनाथ मठ के महंत कौशलेंद्र गिरी मौजूद थे।
कार्यक्रम का संचालन नगर कार्यवाह अजय ठाकुर तथा संघ की प्रार्थना एवं गीत विकास जी ने कराया।