पुण्यतिथि पर याद किए गए पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह

ग्लोबल टाइम्स7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क तहसील सिकंदरपुर
अतुल कुमार राय
सिकन्दरपुर, बलिया: स्थानीय जेपी सुपर मार्केट के प्रांगण में विश्वकर्मा रत्न व देश के सातवें राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह की पुण्यतिथि मनाई गई। इस मौके पर उपस्थित लोगों ने उनके चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि अर्पित कर उनके प्रति श्रद्धा सुमन अर्पित किया। कार्यक्रम का उद्घाटन जिले के प्रख्यात गायक परमात्मा शर्मा व्यास ने किया।
सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अथिति लल्लन शर्मा ने उनके व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि पंजाब के फरीदकोट जिले के संधवा गांव में एक बढ़ई परिवार में जन्मे ज्ञानी जैल सिंह कठिन परिश्रम के बल पर शून्य से शिखर तक की ऊंचाइयों को छूने में सफल रहे। कहा कि ज्ञानी जैल सिंह विश्वकर्मा समाज के अनमोल रत्न थे। उन्होंने पंजाब के मुख्यमंत्री, भारत सरकार के गृह मंत्री और भारत के राष्ट्रपति पद को सुशोभित किया।
वहीं, सभा को संबोधित करते हुए विशिष्ट अतिथि सतेंद्र शर्मा ने कहा कि मुझे इस बात से गर्व है कि एक बढई का बेटा राष्ट्रपति पद को सुशोभित किया। एक समय था जब एक बढ़ई का बेटा मंत्री और राष्ट्रपति जैसे गरिमामय पद को सुशोभित किया था। लेकिन आज यह समाज हाशिए पर है और उपेक्षित है। इस समाज को अगली कड़ी में लाने के लिए लोगों को जागरूक होना होगा। इस कार्यक्रम में जिले के लोगो ने भाग लिया और ज्ञानीजैल सिंह के जीवन से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ने की सीख ली। डॉ. जयप्रकाश शर्मा ने कहा कि भारत के सातवें राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह अपने आदर्शों और उच्च विचारों के कारण देश के लोकप्रिय राष्ट्रपति बने। उन्होंने कहा कि एक किसान परिवार में जन्मे ज्ञानी जैल सिंह ने देश का सर्वोच्च पद हासिल किया। उनका जीवन हमें इस बात की प्रेरणा देता है कि गरीब परिवार का बच्चा भी शिक्षा हासिल करके आगे बढ़ सकता है। कार्यक्रम को मुख्य रूप से अजय शर्मा, सियाराम शर्मा, रामनाथ शर्मा, मार्कण्डेय शर्मा, राजमुनी शर्मा, डॉ. उमेशचंद, चन्दन शर्मा, जय हिन्द शर्मा, अमरनाथ शर्मा आदि ने सम्बोधित किया। अध्यक्षता डॉ. जयप्रकाश शर्मा व संचालन विजय शर्मा ने किया।