पक्का मकान दिखाकर गरीब को नहीं मिला आवास

झोपड़ी में रह रहे कई गरीब परिवार आवास की आस नहीं हुई पूरी
10 76 पर जानकारी देने के बावजूद नहीं हुआ कोई निराकरण
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, फफूंँद ब्यूरो ओम कैलाश राजपूत।
फफूँद,औरैया। विकासखंड भाग्यनगर क्षेत्र की ग्राम पंचायत भर्रापुर के साथ ही ग्राम पंचायत में लगने वाले मजरों का हाल- बेहाल है। अधिकारियों द्वारा पक्के मकान बने बताकर गरीबों को आवास नहीं दिए गये। झोपड़ी में रह रहे कई गरीबों के आवास मिलने के सपने ख्वाब बनकर रह गये। किसी आला अधिकारी ने गांव की हकीकत जानने का प्रयास नहीं किया। ग्राम पंचायत के बाशिंदे ग्राम प्रधान एवं सचिव को कई बार समस्याओं से अवगत करा चुके हैं। इज्जत घरों में नांदी रखकर जानवरों को चारा खिलाया जाता है।

इतना ही नहीं समस्याओं को लेकर ग्राम पंचायत के वाशिंदे मुख्यमंत्री के 1076 पर भी अपनी शिकायत कर चुके हैं, फिर भी कोई नतीजा नहीं निकला है। खास बात यह है कि यह ग्राम पंचायत सदर विधायक माननीय गुड़िया कठेरिया का गांव है। जब इस ग्राम पंचायत की ऐसी स्थिति है तो अन्य ग्राम पंचायतों की स्थिति क्या होगी यह एक यक्ष प्रश्न है। ग्राम पंचायत में गंदगी का भी साम्राज्य व्याप्त है।
ब्लॉक भाग्यनगर गांव भर्रापुर पंचायत की प्रधान रेनू मिश्रा के चंद कदमों पर स्थित नगला श्यामपुर का अड्डा है। जहां सरकार एक तरफ तो गरीबों की चिंता कर उनको आवास देने का काम कर रही है। हर गांव की सफाई एवं स्वच्छ भारत बनाने की कोशिश कर रही है, लेकिन यहां कुछ उल्टा ही देखने को मिल रहा है। गांव की गलियां जिसमें कीचड़ भरने से लोंगों का निकलना मुश्किल हो गया है। गरीब महिलाओं को रात बसेरे के लिए सुरक्षित घर का न होना खाद्य सामग्री को शौचालय एवं नादों में रखकर अपना जीवन यापन करते नजर आते हैं। जिस पंचायत में औरैया सदर की विधायिका माननीय गुड़िया कठेरिया का आवास हो, रेनू मिश्रा जैसी प्रधान हों, उनके कार्यकाल में खाने-पीने का सामान इज्जत घर में रखा हो, जानवरो की नादों में रखा हो इससे ज्यादा स्थित शायद जिले में किसी और पंचायत की नहीं होगी। ग्राम पंचायत के गरीब बाशिंदों ने आवास दिलाये जाने की आवाज उठाई है। वहीं दूसरी ओर गांव में साफ सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए जाने के लिए मांग की है। इस संबंध में जब सदर विधायिका माननीय गुड़िया कठेरिया से दूरभाष के माध्यम से जानकारी चाही तो उन्होंने बताया कि पिछले 3 दिनों से सफाई कर्मचारी अस्वस्थ चल रहा है, इसलिए साफ सफाई नहीं हो सकी है। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत में काम कराया जा रहा है। ग्रामीण कार्य में व्यवधान उत्पन्न करते हैं। इसलिए सामने खड़े होकर काम कराना पड़ता है। सरकार की मंशानुसार पात्रों को सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जा रहा है।