परिवार काे बचाने के लिए धैर्य व संयम जरूरी:व्यास देव जी महाराज

ग्लोबल टाइम 7
न्यूज़ नेटवर्क
उन्नाव
फुन्नी त्रिपाठी
उन्नाव तहसील बीघापुर पाटन क्षेत्र के सुमेरपुर गांव के मां गार्गी देवी मंदिर में चल रही श्रीमद्भागवत कथा के चाैथे दिन रविवार काे कथावाचक आचार्य देव महाराज ने ध्रुव चरित्र की कथा सुनायी। जिसे सुन भक्त भावविभोर हाे गए। कथावाचक देव महाराज ने बताया कि किसी स्थान पर बिना निमंत्रण के नही जाना चाहिए। जहां आपका या आपके इष्ट गुरू का अपमान हो उस स्थान पर नही जाना चाहिए।
सती ने भगवान शिव की बात नही माना। अपने ही पिता के घर जाने पर अपमानित हाेने के कारण स्वयं काे अग्नि में जलना पडा। ध्रुव चरित्र की कथा सुनाते हुये बताया कि ध्रुव की साैतेली मां के व्दारा अपमानित हाेने पर उनकी सगी मां ने धैर्य नही खाेया। जिससे एक बहुत बडा संकट टल गया। परिवार काे बचाए रखने के लिए धैर्य व संयम की नितांत आवश्कता रहती है। कथा में श्रध्दालु डां अखिलेश, कमलाशंकर शुक्ला, पप्पू पांडेय, नरेश मिश्रा, पप्पू शुक्ला, गुड्डू तिवारी, अश्वनी बाजपेयी, प्रशांत तिवारी, पंकज अवस्थी, दुर्गेश अवस्थी, अखिलेश शुक्ला, श्रीनारायण पाल, निशाकान्त दीक्षित , दुर्गेश सिंह आदि लोग माैजूद रहे।