दीपावली पर आतिशबाजी से पटे बाजार निर्धारित नियमों का हो रहा उल्लंघन
विस्फोट की आशंका से लोग भयभीत संबंधित अधिकारी अपनी सुविधा शुल्क से खुश
ग्लोबल टाइम्स-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क, समाचार संपादक डॉ धर्मेंद्र गुप्ता औरैया, उत्तर प्रदेश।
औरैया। जिले में दीपावली के त्यौहार पर आतिशबाजी से मनमाना मुनाफा कमाने को लेकर नियमों को धता बताते हुए रिहायशी इलाकोंं के साथ भीड़ भाड़ वाले बाजारों में आतिशबाजी का व्यापार सरेआम होता नजर आ रहा है। नगर क्षेत्र के बारूद के ढेर पर बैठे होने के बावजूद संबंधित अधिकारी आतिशबाजी माफियाओं से सुविधा शुल्कलेकर खुश नजर आ रहे हैं, जिससे क्षेत्रीय बुद्धिजीवी बेहद चिंतित हैं।
दीपावली के त्यौहार पर मनमाना मुनाफा कमाने की मंशा से कुछ आतिशबाजी माफियाओं द्वारा अपनी तीन तिकड़म एवं सुविधा शुल्क के बलबूते आनन-फानन आतिशबाजी बिक्री के अस्थाई लाइसेंस हासिल कर लिए गए हैं, किंतु बिक्री के अस्थाई लाइसेंस के निर्धारित अग्निशमन संबंधी नियमों का सरेआम उल्लंघन होता नजर आ रहा है। आतिशबाजी विक्रेताओं के पास आतिशबाजी बारूद का बड़े पैमाने पर भंडारण तो है, लेकिन अग्निशमन उपकरण बालू बाल्टियों व पानी की उपलब्धता नहीं है। यही नहीं आतिशबाजी दुकानों के दो दो मीटर की दूरी पर लगाए जाने का भी नियम निर्धारित है, किंतु इस नियम की भी सरेआम धज्जियां उड़ रही है। इतना ही नहीं औरैया के अलावा बिधूना नगर के साथ ही बेला अछल्दा, वैवाह, याकूबपुर, सहार, नेवलगंज, उमरैन, एरवाकटरा, मल्हौसी, कैथावा, कुदरकोट, रुरुगंज, रामगढ़ आदि कस्बों में बिना लाइसेंस के भी तमाम आतिशबाजी विक्रेता रिहायशी आबादी व भीड़भाड़ वाले बाजार के बीच जगह-जगह आतिशबाजी की दुकानें सजाए हुए हैं। जिससे किसी भी समय किसी बड़े विस्फोट एवं हादसे की आशंका से लोग भयभीत हैं इसके बावजूद संबंधित अधिकारी अनजान बने हुए हैं। इस संबंध में जनचर्चा तो आम यह है कि इस पर अंकुश लगाने वाले अधिकारी आतिशबाजी माफियाओं से मोटी सुविधा शुल्क वसूल रहे हैं। शायद इसी कारण इस पर अंकुश नहीं लगा रहे हैं, जिससे समूचा क्षेत्र बारूद के मुहाने पर बैठा हुआ है।