शिक्षक की भूमिका निभा रहे पुलिस कांस्टेविल रोहित यादव की विदाई पर फूट-फूटकर रोये बच्चे

ग्लोबल टाईम्स 7 डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क भरथना तहसील संवाददाता- तनुज श्रीवास्तव,
भरथना- हाथों में कटोरा लेकर भीख माँगने वाले बच्चों को कलम थमाकर शिक्षा की मुख्य धारा से जोड उनका जीवन संवारने का संकल्प लेने वाले शिक्षक (गुरूजी) उत्तर प्रदेश पुलिस विभाग में जी0आर0पी0 कांस्टेविल के पद पर कार्यरत भरथना निवासी नौजवान रोहित यादव की विदाई पर ‘‘हर हाथ में कलम‘‘ पाठशाला में अध्ययनरत सवा सैकडा छात्र-छात्रायें फफक-फफक कर रोने लगे। इस दृश्य को देखकर मौजूद सभी लोगों की आँखें भर आईं।
उक्त वाक्या स्थानीय तहसील के ग्राम मुडैना मल्हौसी के मूल निवासी पुलिस विभाग में कार्यरत रोहित यादव का है, जो उन्नाव जी0आर0पी0 में कांस्टेविल के पद पर कार्यरत थे। उनका स्थानान्तरण जनपद झाँसी में हुआ है। जिनकी पहली नियुक्ति भी झाँसी की सिविल पुलिस में हुई थी। जून, 2018 में उनकी तैनाती जी0आर0पी0 थाना उन्नाव में हो गई थी। विभाग द्वारा उनकी ड्यूटी उन्नाव-रायबरेली पैसेंजर में लगायी गई थी। ड्यूटी के दौरान जब भी ट्रेन कोरारी स्टेशन पर रूकती, तो गरीब परिवारों के लडके-लडकियां अपने-अपने हाथों में कटोरा लेकर भीख माँगने आ जाते थे। बच्चों की गरीबी की इस दुर्दशा/पीडा ने रोहित के दिल और दिमाग दोनों को झकझोरकर रख दिया। तभी रोहित ने इन बच्चों को शिक्षित बनाने का संकल्प लिया और ड्यूटी के बाद गांव जाकर उनके अभिभावकों से सम्पर्क कर उन्हें बच्चों की पढाई के लिए प्रेरित किया। कां0 रोहित यादव ने अभिभावकों से बच्चों की निःशुल्क शिक्षा का वादा करके सितम्बर 2018 में प्लेटफार्म किनारे 4-5 बच्चों के साथ एक पेड के नीचे पाठशाला की शुरूआत करके स्वयं बच्चों को पढाने का पुनीत कार्य शुरू कर दिया। करीब दो माह तक वह ड्यूटी उपरान्त बच्चों को नियमित पढाने जाते रहे। शिक्षा की गुणवत्ता को देखते हुए डेढ वर्ष में छात्र संख्या 80 हो गई। बैठने का पर्याप्त स्थान न होने पर उन्होंने तत्कालीन डीपीआरओ राजेन्द्र प्रसाद से मुलाकात करके उन्हें इस मुहिम से अवगत कराया। जिस पर उन्होंने पंचायत भवन में बच्चों को पढाने की अनुमति दे दी और गांव के प्रदीप कुमार, बसन्त, रंजीत, मंगल व पूजा देवी भी बच्चों को साक्षर बनाने की इस मुहिम से जुड गये। वर्तमान में इस पाठशाला में 125 छात्र-छात्रायें शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं।
रोहित यादव का जनपद झाँसी में स्थानान्तरण होने पर आयोजित विदाई समारोह के दौरान पाठशाला में अध्ययनरत सभी छात्र-छात्रायें ऐसे गुरूजी के शहर से दूर जाने पर फफक-फफक रोते दिखाई दिये। छात्र-छात्राओं के आँसू देख मौजूद सभी लोगों की आँखें भर आयीं।
हालांकि कां0 रोहित यादव ने बच्चों के आँसू पौंछते हुए उन्हें यह कहकर सांत्वना दिलायी कि वह अपने विभाग से निवेदन करेगें, अगर विभाग ने उनके निवेदन को स्वीकार कर लिया, तो वह फिर से आप लोगों के बीच में उपस्थित होगें। वहीं रोहित यादव ने बच्चों को समझाया कि आप लोगों की कक्षायें पूर्व की भाँति दोपहर दो बजे से शाम 6 बजे तक विधिवत चलती रहेगीं। मेरा तबादला होने के उपरान्त भी स्कूल पूर्व की तरह ही संचालित रहेगा। जब भी मौका मिलेगा, वह निरन्तर आते रहेगें और जो भी व्यवधान होगा, उसका निराकरण करायेगें। कां0 रोहित ने बताया कि पाठशाला में अध्ययनरत 125 छात्र-छात्राओं में से 115 छात्र-छात्राओं का परिषदीय विद्यालय में नामांकन करा दिया गया है।
इस प्रकार गमगीन माहौल के बीच सम्पन्न हुए विदाई समारोह के अवसर पर पाठशाला के शिक्षकों, ग्राम प्रधान सुरेश कुशवाहा समेत अन्य ग्रामीणों ने कां0 रोहित यादव का माल्यार्पण, पगडी व प्रतीक चिन्ह्र भेंटकर इस निवेदन के साथ विदाई की, कि वह जल्द ही विभाग से निवेदन उपरान्त पुनः स्थानान्तरित होकर उन्नाव आ जायें। फोटो-