राजपुर ब्लॉक के बकसौंधी ग्राम पंचायत में सचिव प्रधान रोजगार सेवक का मिलकर भ्रष्टाचार करने का मामला आया सामने

जनपद कानपुर देहात
राजपुर
कराई जाए उच्च स्तरीय जांच की मांग ग्राम पंचायत सदस्य ने लगाये गम्भीर आरोप*
ग्लोबल टाइम्स 7 डिजिटल न्यूज नेटवर्क संवाददाता शिव शंकर मलासा कानपुर देहात
कानपुर देहात । तहसील सिकंदरा ब्लॉक राजपुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत बकसौंधी में भ्रष्टाचार का खेला जा रहा है बड़ा खेल। सचिव अंकित सचान भ्रष्टाचार का है मास्टर माइंड । उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा भ्रष्टाचार को रोकने का प्रयास किया जा रहा है लेकिन भ्रष्टाचार आज भी सरकारी कर्मचारियों व गैर-सरकारी कर्मचारियों द्वारा जमकर खुलेआम किया जा रहा है। खंड विकास अधिकारी राजपुर कानपुर देहात को संबोधित एक प्रार्थना पत्र दिया गया है जिसमें ग्राम पंचायत सदस्य शैलेश को उसके अधिकारों से वंचित करने व ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा धमकी एवं जातिसूचक अपशब्द कहे जाने के संबंध में लिखित जानकारी दी गई है। बताते चले कि मामला राजपुर ब्लॉक के शैलेश कुमार पुत्र सतीश चंद्र निवासी खुमानपुरा मजरा छोलापुर ग्राम पंचायत बकसौंधी जिला कानपुर देहात का है ।
जहां सचिव अंकित सचान ग्राम पंचायत सदस्य को खुली धमकी दे रहा है कि तू हरिजन है हरिजन को ग्राम सदस्य किसने बनाया सचिव ने तरह-तरह अपशब्दों का इस्तेमाल किया और कहा कि चमार को गौशाला में घुसने नहीं दिया जाता है ताकि वह अपवित्र न हो जाए । वही शैलेश ने बताया कि गौशाला में व्यवस्था देखने के लिए कहा तो गौशाला के अंदर नहीं जाने दिया । चमारों को गौशाला में अंदर जाने की अनुमति नहीं है ऐसा कहकर वहां से भगा दिया। सचिव अंकित सचान ने कहा पहले डीएम व सीडीओ साहब से लिखवा कर लाओ फिर हमसे अनुमति मांगों। गौशाला के अंदर चमार जाएंगे तो गौशाला अपवित्र हो जाएगी । सचिव अंकित सचान ने गांव से निकलवा देंने की भी धमकी दी है। गांव में होने वाले किसी भी काम को बताया नहीं जाता है न ही गांव में कोई खुली बैठक की जाती है । गांव के विकास कार्यों को हमसे दूर रखा जाता है। न अभी कोई सलाह ली जाती है न सहमति । शैलेश ने कई आरोप लगाये और बताया कि जो भी काम होते हैं वो सचिव प्रधान दोनों मिलकर तय करते हैं । जिससे लोगों को फायदा होगा या नहीं होगा इससे इन लोगों को कोई फर्क नहीं पड़ता है । आज ग्राम पंचायत में जमीन समतलीकरण को लेकर के एक बड़ा भ्रष्टाचार किया जा रहा है जिसमें सरकारी धन का बड़ा दुरुपयोग हो रहा है। इसकी जांच की जानी चाहिए । और गौशाला में सीसीटीवी कैमरा लगवाने की भी जरूरत है । गौशाला में रोज गायों की मौतें हो रही है जिसकी कोई जानकारी नहीं दी जाती है । गायों को खिलाने वाला भूसा भी बाजरे का होता है जब कोई अधिकारी आता है तो गेहूं के भूसे को दिखाकर एक बड़ा भ्रष्टाचार किया जा रहा है। रोजगार सेवक आशीष कुमार , गांव का प्रधान व अंकित सचान सचिव साथ मिलकर एक बड़ा भ्रष्टाचार का खेल खेल रहे हैं । गौशाला में आने वाले राशन को अपने निजी पशुओं को खिलाया जा रहा है। अच्छी-अच्छी गायों को बेचा भी जा रहा है । समाधान दिवस 15 फरवरी तहसील सिकंदरा में भी एक प्रार्थना पत्र दिया जा गया है है जिसमें यह बताया गया है कि धन का बंदरबांट हो रहा है। आशीष रोजगार सेवक हमेशा गाली गलौज करता है। सभी मिलकर ग्राम पंचायत के सरकारी धन का अवैध तरीके से लूट रहे हैं जिसकी राज्य स्तरीय टीम गठित कर उच्च स्तरीय जांच कराई जानी चाहिए जिससे ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खेल का खुलासा जनता के सामने उजागर हो सके।
