टीबी मरीजों को खोजने के लिए 21 दिवसीय विशेष अभियान शुरू

अभियान में उन क्षय रोगियों को भी खोजा जाएगा, जिन्होंने बीच में छोड़ दिया है इलाज
हाई रिस्क वाले क्षेत्रों में लगेंगे हेल्थ कैंप
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरोचीफ औरैया।
16 मई 2023
#औरैया।
देश को वर्ष 2025 तक टीबी मुक्त बनाने के प्रधानमंत्री के संकल्प को साकार करने की दिशा में लगातार हरसम्भव प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में सोमवार से जनपद के सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर एकीकृत निक्षय दिवस के आयोजन के साथ ही हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर क्षय रोगियों के चिन्हीकरण के लिए 21दिवसीय विशेष अभियान शुरू हुआ।इसके तहत मंगलवार को अछल्दा ब्लाक के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर सुभानपुर में उप जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ एपी सिंह सहित चिकित्सा अधीक्षक डॉ जितेंद्र कुमार ने निरीक्षण किया। इस दौरान जिला पीपीएम समन्वयक रविभान सिंह, पर्यवेक्षक शिवेंद्र चौहान व अन्य लोग मौजूद रहे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ श्रीवास्तव ने बताया की आयुष्मान भारत-हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर टीबी से जुड़ी सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से यह विशेष अभियान शुरू किया गया है। इस अभियान के तहत उच्च प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शिविर का भी आयोजन किया जाएगा। इस श्रेणी में उन क्षेत्रों को शामिल किया गया है जो हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से दूर हों और जहां बीते दो साल के दौरान सबसे अधिक टीबी या कोविड के मरीज पाए गये हों। जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ कुमार ने बताया कि इस अभियान में उन क्षय रोगियों को भी खोजा जाएगा, जिन्होंने किसी कारणवश बीच में ही इलाज छोड़ दिया है। अभियान के तहत टीबी मुक्त पंचायत के संबंध में ग्राम सभा स्तर पर ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में टीबी के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी। इसके अलावा क्षय रोग से स्वस्थ हुए रोगियों को प्रशिक्षण प्रदान कर टीबी चैंपियन के रूप में उनका सहयोग लिया जा रहा है। डिप्टी जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ एपी सिंह ने कहा- टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल करने के लिए समाज के हर व्यक्ति को अपना योगदान देना होगा। उन्होंने बताया की प्रति ग्राम स्तर तक संवेदीकरण के लिए ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में विलेज हेल्थ सेनीटेशन एंड न्यूट्रीशियन कमेटी) की बैठकें की जा रहीं हैं।
जिला पीपीएम समन्वयक रविभान सिंह ने बताया की जिला स्तर पर अभियान का पर्यवेक्षण खुद सीएमओ, एसीएमओ, डिप्टी सीएमओ, जिला कार्यक्रम प्रबंधक (डीपीएम) और जिला कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (डीसीपीएम) और ब्लॉक स्तर पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी, ब्लॉक कार्यक्रम प्रबंधक (बीपीएम) और ब्लॉक कम्युनिटी प्रोसेस मैनेजर (बीसीपीएम) अभियान का पर्यवेक्षण कर रहें हैं। ज्ञात हो कि टीबी, फाइलेरिया व कालाजार के रोगियों के शीघ्र जांच व उपचार के लिए हर माह की 15 तारीख को एकीकृत निक्षय दिवस मनाया जाता है। इस दिन ओपीडी में आने वाले टीबी के लक्षण वाले दस फीसदी मरीजों की स्क्रीनिंग की जाती है और बलगम की जांच की जाती है ताकि टीबी मरीजों की शीघ्र पहचान सुनिश्चित कर इलाज शुरू किया जा सके। टीबी के प्रमुख लक्षण। दो सप्ताह से अधिक समय तक खांसी रहना। बुखार का बने रहना। अचानक से वजन घटना। भूख न लगना बलगम के साथ खून आना आदि।