उत्तर प्रदेश

हिन्दी पत्रकारिता दिवस:मीडिया अधिकार मंच भारत ने पत्रकारों के अधिकारों को सुरक्षित करने को लेकर की बड़ी तैयारी


जीटी-7, डिजिटल न्यूज़ नेटवर्क टीम औरैया, कानपुर मंडलब्यूरो रिपोर्ट, रामप्रकाश शर्मा। 31 मई 2024
#औरैया। उ.प्र. के युवा पत्रकार सतेन्द्र सेंगर संस्थापक व राष्ट्रीय अध्यक्ष ने हिन्दी पत्रकारिता दिवस पर पत्रकारों एवं मीडिया कर्मियों के बिरुद्ध लगातार लिखे जा रहे झूंठे मुकदमे, आदि तरह तरह के उत्पीड़न किये जाने पर चिंता जताते हुये कहा हैकि पत्रकार/ मीडिया कर्मी समाज को आइना दिखाने का काम करते हैं, जोकि देश और समाज के प्रत्येक मुद्दों, घटनाओं और समाचारों को देशभर के लोगों तक पहुंचाने का काम करते है, शासन प्रशासन सहित जनजन को अवगत कराने की कोशिश करते है। .सतेन्द्र सेंगर ने बताया कि हिन्दी पत्रकारिता दिवस 30 मई 1826 में बरिष्ठ पत्रकार सम्पादक श्री युगल किशोर शुक्ल ने कोलकाता में पहला हिंदी समाचार पत्र “उदंत मार्तंड” के नाम से प्रकासित किया था। इसलिए, प्रत्येक वर्ष 30 मई को हिंदी पत्रकारिता दिवस एवं पत्रकारिता को बढ़ावा देने और सराहने के लिए ही हर साल 30 मई के दिन हिंदी पत्रकारिता दिवस के रूप में मनाया जाता है, सतेन्द्र सेंगर यह भी कहा कि लोकतंत्र की रक्षा एवं समाजिक जन जागरूकता के लिये पत्रकारिता अति महत्वपूर्ण है क्योंकि यह जनता को वर्तमान और प्रासंगिक जानकारी और समाचार प्रदान करती है, सतेन्द्र सेंगर ने देश के सभी पत्रकारों व मीडिया कर्मियों के बिरुद्ध लिखाये गये झूंठे अपराधिक मुकदमे आदि उत्पीड़न संबंधी समस्याओं के स्थाई निस्तारण कराने हेतु जल्द ही भारत के सर्वोच्च न्यायालय में एक जनहित याचिका के द्वितीय बिन्द में अंकित करते हुए लिखा है कि देश में लोक तंत्र का चौथा स्तम्भ मीडिया कर्मी/पत्रकार जो देश के राजनेताओं, शासन, प्रशासन सहित गुंडा, माफियाओं, कुख्यात अपराधियों के द्वारा की गई अपराधिक/असंविधानिक गैर कानूनी गति विधियों की खबर कबरेज करने व प्रकासन करने पर पत्रकार/मीडिया कर्मियों के बिरुद्ध लिखाये गये मुकदमों की उच्चस्तरीय न्यायिक टीम गठन कर जांच कराई जाये, यदि जांच में पत्रकार/मीडिया कर्मी निर्दोष पाया जाता है तो उनके मुकदमे को वापस लिया जाये तथा पत्रकारों/मीडिया कर्मी के बिरुद्ध झूंठा मुकदमा लिखाने वाले वादी सहित मुकदमा के बिबेचक को दस – दस वर्ष की कठोर कारावास एवं दस से पंद्रह लाख रु. पीड़ित पत्रकार/मीडिया कर्मी को मुआवजा दिलाया जाये, एवं देश के प्रत्येक मीडिया कर्मियों को राष्ट्रीय राजमार्ग आदि सड़कों पर लगने वाले टोल टेक्ट निशुल्क हों 60 वर्ष की आयु को पार करने वाले प्रत्येक पत्रकारों को रेल परिवहन निगम यातायात, चिकत्सा निःशुल्क किया जाने की अपील की है।

Global Times 7

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