सम्राट अशोक बौद्ध विहार पुर्वाधन्ना में आयोजित हुई बुद्ध कथा

कथा वाचिका रीना बौद्ध ने भगवान गौतम बुद्ध की सुनाई जन्म कथा
जीटी-70017, राम प्रकाश शर्मा ब्यूरो रिपोर्ट औरैया।
31 जनवरी 2024
#बिधूना,औरैया।
बिधूना क्षेत्र के सम्राट अशोक बौद्ध विहार पुर्वाधन्ना में आयोजित बुद्ध कथा में बुधवार को प्रवचन करते हुए संडीला हरदोई की कथा वाचिका रीना बौद्ध ने भगवान गौतम बुद्ध के जन्म की कथा का प्रसंग सुनते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने का आवाहन किया।

कथा वाचिका रीना बौद्ध ने कहा कि सिद्धार्थ का जन्म लुंबिनी में 563 ईसा पूर्व इक्ष्वाकु वंशीय क्षत्रिय शाक्य कुल में राजा शुद्धोधन के घर में हुआ था और उनकी मां का नाम महामाया था जो कोलीय वंश की थी जिनका इनके जन्म के 7 दिन बाद निधन हो गया था सिद्धार्थ का पालन पोषण महारानी की छोटी सगी बहन महाप्रजापती गौतमी ने किया था और 21 वर्ष की आयु में सिद्धार्थ विवाहोपरांत एक मात्र प्रथम नवजात शिशु राहुल और धर्मपत्नी यशोधरा को त्याग कर संसार को जन्म मरण दुखों से मुक्ति दिलाने के मार्ग एवं सत्य दिव्य ज्ञान की खोज में रात्रि में राजपाठ का मोह त्याग कर वन की ओर चले गये थे और बरसों की कठोर तपस्या के पश्चात बोधगया बिहार में बोधि वृक्ष के नीचे उन्हें ज्ञान की प्राप्ति हुई और वह सिद्धार्थ गौतम से भगवान बुद्ध बन गए थे। उन्होंने कहा कि भगवान गौतम बुद्ध ने सत्य अहिंसा के मार्ग पर चलने का जो मार्ग दिखाया है आज सभी को उनके जीवन से प्रेरणा लेकर सदमार्ग पर चलने की जरूरत है। कथा वाचिका रीना बौद्ध ने श्रद्धालुओं से सामाजिक कुरीतियां से दूर रहकर भगवान बुद्ध के बताएं रास्ते पर चलने का भी आवाहन किया। इस मौके पर पुष्पेंद्र बौद्ध अरविंद शाक्य ओम नारायण शैलेंद्र शाक्य विपिन शाक्य योगेंद्र विमल पुष्पेंद्र शाक्य अमरेंद्र राजपूत आदि प्रमुख लोगों के साथ भारी संख्या में श्रोतागण मौजूद थे।