उत्तर प्रदेश

महिलाये आत्म निर्भर बनकर सभी चुनौतियों का डटकर करे सामना

ग्लोबल टाइम्स-7007
न्यूज़ नेटवर्क
विकास त्रिवेदी
जिला संवाददाता
फतेहपुर

फतेहपुर
25 जनवरी 2024

  • राष्ट्रीय बालिका दिवस के समापन अवसर पर महिलाओं एवं बालिकाओं को किया गया जागरूक

राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर वात्सल्य लखनऊ फोरम फॉर एडवांसिंग वूमेन एजेंडा (फावा) नेहरू युवा संगठन टीसी फतेहपुर के संयुक्त तत्वाधान छह दिवसीय समापन बैठक का आयोजन संस्था के सभागार में किया गया।
समापन बैठक में मुख्य अतिथि जिला प्रोबेशन अधिकारी प्रशांत कुमार ने कहा कि वैदिक काल मे महिलाओं की स्थिति जिसमे अपाला, घोषा गार्गी जैसी विदुषी नारियां रही हैं । जिनके नाम आज भी इतिहास में हैं इसके पश्चात मध्ययुग में महिलाओं की स्थिति दयनीय हुई और मतदान अन्य अधिकारों से वंचित हो गयी लेकिन शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है जिसमे समुदाय मे बदलाव आ सकता है। शिक्षा रूपी अस्त्र के माध्यम से हर जगह अपना परचम लहरा सकते है। उन्होंने कहा कि महिला में तार्किक और इमोशनल दोनों पॉवर होते है, इसलिये महिलाएं हर असम्भव कार्य को बखूबी कर सकती हैं। इसके साथ ही विभिन्न योजनाओं के बारे में बताया और महिलाओं के लिए हर सम्भव मदद की बात कहीं हसवा तेलियानी व ऐरायां की बालिकाओं और किशोरियों व महिलाओं ने प्रतिभाग किया।
बारे में जानकारी दी सर्वप्रथम संस्था के संस्थापक राजेंद्र प्रसाद साहू जी ने संस्था के बारे में वात्सल्य के द्वारा इस पूरे सप्ताह कार्यक्रमों के बारे में जानकारी दी गई , 19 से 24 तक विभिन्न स्थानों में समूह बनाकर कार्ड द्रारा, केस स्टोरी द्रारा खेल द्रारा व सामुदायिक गतिविधियों के द्रारा व रैली के माध्यम से 6 दिवसीय कार्यक्रम के बारे में संक्षिप्त रूप से बताया गया।
इसके पश्चात में समुदाय में कार्य कर रही पिंकी जी ने अपने कार्यों को करते हुए किस प्रकार से महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वालंबित करने हेतु सरकार से जुड़कर विभिन्न कार्यक्रमों को कर रही हैं जैसे मिट्टी के दीए बनाना और होली के समय में प्राकृतिक रंग बनाना और मोमबत्ती और अन्य छोटे व्यवसाययों के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने में मदद कर रही हैं तथा साथ ही साथ बच्चों को शिक्षा और स्वास्थ्य से जोड़ने के लिए भी बैठक में बात करती हैं।
इसके पश्चात वन स्टाफ केंद्र की मोहिनी जी ने वन स्टाफ सेंटर के पांच मुख्य सुविधाओं के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि वन स्टाफ सेंटर एक ऐसा स्थान है जहां पर संघर्षशील महिलाओं को एक ही छत के नीचे सभी सुविधाएं निशुल्क मुहैया कराई जाती हैं चाहे स्वस्थ हो या रहने की समस्या या फिर काउंसलिंग पुलिस की आवश्यकता इस प्रकार से महिलाओं के लिए सभी सुविधाएं वन स्टाफ केंद्र द्वारा दी जा रही हैं और किस प्रकार से वह अपने घरेलू कार्यों को करते हुए इस बड़ी जिम्मेदारी को भी बखूबी निभा रही हैं।
इसके पश्चात बाल कल्याण समिति की सदस्य राम कृष्ण पांडे व अपर्णा जी ने लिंग भेदभाव से पीड़ित एक संघर्षशील महिला की कहानी सुनाई जिसने अपनी लड़कियों के लिए अपने घर परिवार से लड़कर उच्च मुकाम तक पहुंचा और स्वयं एक विशाल बनी और स्वयं भी बाल कल्याण समिति मैं बालिकाओं की सुरक्षा के लिए दिन-रात तटस्थ पर रहती हैं और समुदाय के द्वारा कैसे बच्चों को समानता के व्यवहार से देखा जाए जिससे लड़की और लड़के में भेदभाव ना हो और दोनों ही अपने उन्नति कर सके इसके पश्चात महिला थाना प्रभारी सरस्वती जी ने महिलाओं को किसी प्रकार से नहीं डरना है पुलिस मदद करने के लिए हर क्षण तत्पर है तथा हर थाने में एक महिला हेल्प डेस्क भी है जिस पर महिलाओं से संबंधित केसों में महिला पुलिस ही केस दर्ज करती है अतः अपनी बात खुलकर बतानी चाहिये जिससे सही मदद की जा सके। कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए बाल संरक्षण इकाई के धीरेंद्र पांडे द्वारा बालिका दिवस के अंतर्गत भ्रूण हत्या को लेकर अल्ट्रासाउंड में लड़का है या लड़की है इसकी जानकारी करना एक गंभीर अपराध है तथा पीसीपीएनडीटी एक्ट के बारे में भी जानकारी दी इसके साथ ही साथ वर्तमान समय में भी एक मुखबिर योजना चल रही है जिसके तहत कहां पर अल्ट्रासाउंड में लिंग जांच होती है इसकी सूचना देने वाले को 10 लाख तक का इनाम भी दिया जाता है ।
कार्यक्रम के अयोजन में मोहमद इरफान, राम दुवेदी, समन्वयक अनिता देवी, आदि ने सराहनीय योगदान दिया। कार्यक्रम में किशोरी बालिकाएं, महिलाए उपस्थित रहीं।

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