तहसील भोगनीपुर में लाभांस बढ़ाए जाने की मांग को लेकर कोटेदारों ने एसडीएम को ज्ञापन दिया

“कोटेदारों ने हड़ताल वाला बैनर लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया तहसील परिसर पर
ग्लोबल टाइम्स 7,0014 डिजिटल न्यूज नेटवर्क संवाददाता शिव शंकर मलासा भोगनीपुर कानपुर देहात
कानपुर देहात के अंतर्गत भोगनीपुर तहसील क्षेत्र के कोटेदारों ने लाभांस बढ़ाए जाने की मांग को लेकर एसडीएम को ज्ञापन दिया। और तहसील परिसर पर कोटेदार नारा लगाते हुए नजर आए। देहात के आल इंडिया फेयर प्राइज शाॅप डीलर्स फेडरेशन उत्तर प्रदेश सूर्य प्रताप सिंह एडवोकेट तन्नू संखवार जिलाध्यक्ष राशन विक्रेता संघ कानपुर देहात, कृपाशंकर द्विवेदी जिला महा सचिव राशन विक्रेता संघ कानपुर देहात और मलासा कोटेदार रश्मी देवी प्रतिनिधि प्रबल प्रताप सिंह और सभी कोटेदार एकता संघ मिल कर धरना-प्रदर्शन और मान देय व कमीशन बढ़ाने को लेकर ,व कैमरे से राशन वितरण नहीं हो को लेकर विरोध प्रदर्शन कर एक प्रार्थना पत्र उपजिलाधिकारी भोगनीपुर तहसील मे देकर अपनी मांग पर जिक्र करते हुए नजर आए और जब तक कोटेदारों की मांग पूरी नहीं हो जाती है।जब तक राशन वितरण नहीं किया जायेगा और ऐसा ही हड़ताल करते रहेगे।उत्तर प्रदेश के कोटेदार शासन की मंशा के अनुसार राशन वितरण करते है।

साथ ही कोरोना काल में भी उत्तर प्रदेश कोटेदार प्रधानमंत्री अन्य योजना व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत निशुल्क राशन वितरण किया गया। कोटेदार अपने व अपने परिवार की जीवन की परवाह न करते हुए। सरकार के निर्देशानुसार पास मशीन से ईमानदारी के साथ कोटेदारों ने राशन वितरण किए है, जिसकी सराहना पूरा देश करता है।कोटेदारों का कहना है कि कोटेदारों का लाभांस रुपए 90/- प्रति कुंटल ही मिलता है। और जब कि अन्य प्रदेशों में जैसे – हरियाणा,रुपया 200/ प्रति कुन्टल गोवा में रुपया 200/ प्रति कुंटल और महाराष्ट्र रुपए 150/ प्रति कुंटल, राजस्थान रुपए 125/- प्रति कुंटल, और गुजरात में रुपया 2000/ रुपए, मान देय दिया जाता है।अत: उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध है कि अन्य प्रदेशो की भाँति कोटेदारों को लाभांस 200/- प्रति कुंटल दिया जाए और ऐसी मंहगाई को देखते हुए, कोटेदार क्या खाये,और क्या बच्चो को खिलाये,कैसे अपने परिवार का भरण पोषण करे और कैसे पल्लेदारों को दे,फटी बोरियों से राशन कम हो जाता है।कैसे पूर करें राशन और प्रत्येक कार्ड धारक को राशन वितरण करना है।बेचारे क्या करे। कोटेदार और कोटेदार कोटा छोड़ने के लिए बेबस हो जायेगे। जब उनका पूरा मान देय व कमीशन नहीं मिलेगा, तो कोटेदार अपने परिवार का भरण पोषण कैसे करेंगे। उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध है। कि कोटेदारो की मांगे पूरी की जाए और हड़ताल खत्म तभी संभव है।यह कहना सारे उत्तर प्रदेश के कोटेदारों का है।सरकार को न्याय समय पर करना चाहिए।